नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद राज्यपाल से मिलने आए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 2014 में हमें जनादेश नहीं मिला था और इस बार भी नहीं मिला है। हम किसी भी पार्टी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि उनसे किसी पार्टी ने संपर्क भी नहीं किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्यपाल शासन के पक्ष में हैं लेकिन उनका मानना है कि राज्य में राज्यपाल शासन ज्यादा समय तक नहीं रहना चाहिए क्योंकि राज्य की जनता को भी अपनी सरकार चुनने का पूरा हक है और राज्यपाल को जल्द ही ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिससे वहां चुनाव कराए जा सकें।
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गौर करने वाली बात है कि मंगलवार की दोपहर को जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूट गया। राज्य के प्रभारी राम माधव ने गठबंधन टूटने का पूरा ठीकरा पीडीपी पर फोड़ते हुए कहा कि उनमें नेतृत्व की क्षमता नहीं है। केन्द्र सरकार की ओर से राज्य को हर संभव मदद दी गई।