नई दिल्ली/ श्रीनगर । घाटी में आतंकियों के लोकल मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। टेरर फंडिंग के मामले में हुर्रियत के 7 नेताओं को एनआईए की रिमांड पर भेजे जाने के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार रात आतंकियों के एक अन्य मददगार और अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया है। शब्बीर शाह को बुधवार शाम तक पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जाएगा। जम्मू कश्मीर पुलिस इस अलगाववादी नेता को ईडी और एनआईए को सौंप सकती है। शब्बीर शाह पर मनी लॉड्रिंग के आरोप लगे थे, जिसके बाद ईडी ने उसे पेश होने के लिए कई समन भेजे थे, लेकिन वह पेश नहीं हुआ था।
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कसा शिकंजा
आतंकियों को टेरर फंडिंग करने के आरोपों के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कई बार घाटी के इस अलगाववादी नेता को समन भेज चुका था। लेकिन हर बार वह इन समन को तरजीह नहीं देता था। दिल्ली की एक अदालत ने जुलाई की शुरुआत में शाह के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया था। इस सब के बाद मंगलवार देर रात श्रीनगर से शब्बीर शाह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे बुधवार शाम तक दिल्ली लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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हवाला डीलर ने शाह तक पहुंचाए थे 2.25 करोड़
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हवाला डीलर मुहम्मद असलम वानी को गिरफ्तार किया था। उस दौरान वानी ने साफ किया था कि उसने 2.25 करोड़ रुपये वानी तक पहुंचाए हैं। उस दौरान शाह ने इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बताया था। शाह की गिरफ्तारी से पहले हुर्रियत के सात नेताओं को एनआईए (एनआईए) गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए सोमवार को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद को भी टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है।
कई समन के बाद भी अदालत में पेश नहीं हुआ था वानी
परिवर्तन निदेशालय ने शाह को बहुत समन भेजे थे पर वह अदालत में कभी भी पेश नहीं हुआ। दिल्ली की अदालत ने इस महीने की शुरुआत में अलगाववादी नेता के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हवाला डीलर मुहम्मद असलम वानी को गिरफ्तार किया था। उसने दावा किया था कि उसने शाह और उसके परिजनों को कई किस्तों में 2.25 करोड़ रुपए दिए थे। शाह ने तब इसे राजनीति से प्ररित मामला बताया था। हालांकि ईडी ने शाह और वानी पर मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत मुकदमा दायर किया था।
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शीर्ष अलगाववादी नेताओं को समन भेजेगी एनआईए
इससे इतर हुर्रियत के 7 नेताओं को एनआईए की रिमांड पर दिया जा चुका है, इसके बाद एनआईए शीर्ष अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और यासिन मलिक को भी टेरर फंडिंग मामले में पूछताछ के लिए समन भेजेगी। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर इनमें से कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
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गिलानी- उमर को किया नजरबंद
वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी व मौलवी उमर फारुख को नजरबंद कर दिया है। ये कदम आतंकी फंडिंग में गिरफ्तारियों से कश्मीर में माहौल न बिग़़डे, इसलिए ऐहतियात के तौर पर उठाया गया है। वैसे मंगलवार को हुर्रियत नेताओं ने बंद विफल रहा। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वेद ने बताया कि लोगों ने बंद का नजरअंदाज किया। ऐहतियात के तौर पर कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंधात्मक कदम उठाए गए थे।
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महबूबा को रास नहीं आई गिरफ्तारी
वहीं खबर है कि टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किए गए हुर्रियत नेताओं को लेकर जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती खुश नहीं हैं। उन्होंने इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को फोन कर गिरफ्तारी की जरूरत पर सवाल उठाया। लेकिन राजनाथ सिंह ने यह कहकर उन्हें शांत कर दिया कि कानून को अपना काम करने देना चाहिए। उनका कहना था कि कश्मीर में स्थायी शांति के लिए आतंकी फंडिंग को रोकना जरूरी है।