नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल के बाद जहां भाजपा ने मंगलवार शाम NDA के सहयोगी दलों के नेताओं को डिनर पर आमंत्रित किया है , वहीं एग्जिट पोल से घबराए विपक्षी दलों ने मंगलवार को दिल्ली के कॉंस्टीट्यूशन क्लब में एक बैठक की । इस बैठक की अध्यक्ष तेलगुदेशम पार्टी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने की, जिसमें कांग्रेस , सपा , बसपा , टीडीपी समेत लेफ्ट और कई दलों के नेता शामिल हुए। हालांकि इस बैठक में बिहार से जदयू नेता तेजस्वी यादव , ममता बनर्जी , मायावती , एचडी कुमार स्वामी नहीं आए , वहीं नवीन पटनायक भी इस बैठक से दूर रहे । इससे पहले वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने महागठबंधन के मद्देनजर शरद पवार का फोन ही नहीं उठाया । हालांकि इस बैठक में एनसीपी नेता और महागठबंधन के लिए दलों को एकजुट करने की जुगत में लगे शरद पवार भी नहीं पहुंचे ।
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बता दें कि भाजपा ने एग्जिट पोल के नतीजों के बाद एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं को डिनर पर दिल्ली बुलाया, जिसमें यूं तो सभी नेता आ रहे हैं, लेकिन सिर्फ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ही इस डिनर डिप्लोमेसी से दूर रहेंगे । इससे इतर दिल्ली के कॉन्सटीट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों ने भी एक बैठक आयोजित की । इसमें चंद्रबाबू नायडू, सीताराम येचुरी और गुलाम नबी आजाद , अशोक गहलोत, डेरेक ओ ब्रायन बैठक में शामिल हुए । जबकि शरद पवार, मायावती, ममता बनर्जी, एचडी कुमारस्वामी और तेजस्वी यादव नहीं आए ।
जगन मोहन रेड्डी ने नहीं उठाया शरद पवार का फोन , NDA के खिलाफ बना रहे महागठबंधन
बैठक में भाजपा को एग्जिट पोल में दिखाए गए पूर्ण बहुमत के बाद महागठबंधन का स्वरूप देखने के लिए और आगे की रणनीति बनाने के लिए विपक्षी दलों ने इस बैठक को बुलाया था । इसमें कुछ अहम दलों के प्रमुखों के न आने से हालांकि इस महागठबंधन को लेकर सवाल फिर से उठने लगे हैं।
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