नई दिल्ली । पाकिस्तान के लिए रविवार का दिन जहां विश्वकप क्रिकेट में ऐतिहासिक हार के बाद इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया , वहीं पाकिस्तान सरकार के एक ऐलान पर उनकी वैश्विक किरकिरी के रूप में भी जाना जाएगा । असल में पाकिस्तान सरकार ने गत शनिवार को घोषणा की थी कि उन्हें एशियाई विकास बैंक (ADB) ने 3.4 अरब डॉलर की वित्तीय मदद देने के लिए हामी भर दी है, लेकिन रविवार को ही एडीबी ने पाकिस्तान के इस ऐलान को खारिज करते हुए खुद को इससे अलग कर लिया । हालांकि पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान के वित्तीय सलाहकार ने इस ऐलान पर कहा था कि बैंक वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2.2 अरब डॉलर की मदद करेगा, जिससे हमारी स्थिति पलटेगी ।
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अभी तो सिर्फ बातचीत हुई है
पाकिस्तान सरकार की ओर से एडीबी द्वारा वित्तीय मदद किए जाने की खबरों पर बैंक का बयान आया । अपने बयान में एडीबी ने सरकार के सदस्यों के साथ मुलाकात और कर्ज पर बातचीत होने की तो पुष्टि की , लेकिन पाकिस्तान में एडीबी के काउंट्री डायरेक्टर शियाहॉन्ग यांग ने कहा, अभी वार्ता चल रही है और अगर वित्तीय मदद समेत कई योजनाओं पर अंतिम निर्णय हो जाता है तो उसके बाद उसे बैंक प्रबंधन और बोर्ड डायरेक्टर्स के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा । ऐसी स्थिति में वित्तीय मदद मिलने की पुष्टि करना सही नहीं है।
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सरकार के दो सदस्यों ने की थी घोषणा
बता दें कि पाकिस्तान सरकार के दो वरिष्ठ सदस्यों ने शनिवार को घोषणा की थी कि हमारे देश में आर्थिक सुधार और स्थिरता लाने के लिए एडीबी 3.4 अरब डॉलर की वित्तीय मदद उपलब्ध कराएगा । शहरी विकास मंत्री मकदम खुसरो बख्तियार ने खुद एक पत्रकार वार्ता में इसका ऐलान किया । इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान के वित्तीय सलाहकार डॉ. अब्दुल हाफिज शेख ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इसकी पुष्टि की ।
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सरकार का बचकाना बयान
पाकिस्तान के अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के इस तरह के बचकाने और जल्दबाजी भरे ऐलान के कारण एडीबी प्रबंधन को भी शर्मिंदा होना पड़ा है । अभी तक कार्यक्रम को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सामने पेश तक नहीं किया गया है और इसीलिए उसे इस ऐलान का खंडन करने के लिए एडीबी प्रबंधन को अनोखा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा ।