नई दिल्ली । विंग कमांडर अभिनंदन भारत को सौंपे जाने के बाद पाकिस्तान में एक नई पैंतरेबाजी शुरू हो गई है। असल में इमरान खान की पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी के एक सांसद ने पाकिस्तान नेशनल असेंबली में एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें उन्होंने इमरान खान को भारत पाकिस्तान के बीच जारी गतिरोध को दरकिनार करते हुए शांति की पहल के मद्देनजर युद्धबंदी विंग कमांडर भारत को सौंपे जाने को बड़ी पहल करार दिया है। इतना ही नहीं इस सब के लिए उसने इमरान खान को शांति का नोबेल दिलवाने के लिए प्रस्ताव सदन में रखा। खबर तो ये भी है कि उन्होंने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को शुरू भी कर दिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान की सोशल मीडिया में भी इमरान खान को शांति का पुरस्कार देने की मांग उठने लगी है।
बता दें कि पाकिस्तान सरकार पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खुद को शांति का पक्षधर होने का दिखावा करता नजर आ रहा है। पिछले दिनों सार्वजनिक बयान जारी करते हुए भारत के साथ शांति की पहल के लिए हाथ की बातें कर चुका है। इस सब के बाद अब भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर को भारत को लौटाने को वह पाकिस्तान की ओर से भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करने की पहल बता रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपने इस सफेद झूठ से प्रभावित करने की जुगत में पाकिस्तान ने कल विंग कमांडर का एक फर्जी वीडियो भी बनाया, जिससे उनका ही झूठ बेनकाब हो गया।
इस सब के बाद अब खबर है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में एक प्रस्ताव पेश हुआ है जिसमें इमरान खान को शांति का नोबेल दिलवाने की बात है। हालांकि अभी इस प्रस्ताव पर सदन में मुहर नहीं लगी है, लेकिन खबरें हैं कि चौधरी की ओर से नोबेल के लिए ऑनलाइन याचिका दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।