नई दिल्ली । भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की मंगलवार को लाहौर एयरपोर्ट पर जमकर किरकिरी हुई है। घर से विदेश जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे गिलानी को फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया गया, क्योंकि उनका नाम लो फ्लाइट लिस्ट में रखा गया था। सुरक्षा बलों ने उन्हें एयरपोर्ट पर एंट्री ही नहीं करने दी। इसके चलते उन्हें अपना सारा सामान लेकर वापस घर लौटना पड़ा । पाकिस्तान के गृहमंत्रालय के आदेश पर गिलानी के खिलाफ यह कार्यवाही की गई है। गिलानी मंगलवार को साउथ कोरिया में आयोजित एक कॉफ्रेंस में शिरकत करने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस घटनाक्रम के बाद पीपीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। बुधवार को इस मुद्दे को लेकर लाहौर में हंगामा होने के आसार हैं।
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता यूसुफ रजा गिलानी मंगलवार शाम लाहौर के अल्लामा इकबाल एयरपोर्ट पहुंचे। वह साउथ कोरिया में आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने के लिए जा रहे थे लेकिन एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें इमिग्रेशन काउंटर पर रोक दिया। उन्हें बताया गया कि वह विदेश यात्रा नहीं कर सकते उनका नाम नो फ्लाइंग लिस्ट में डाला गया है।
इमरान खान सरकार के इस फैसले पर गिलानी ने कहा कि सरकार को अपने इस फैसले की जानकारी मुझे दी जानी चाहिए थी, मैं इमरान सरकार के इस फैसले को चुनौती दूंगा। इसके साथ ही इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान की सियासत गर्मा गई है। पार्टी की तरफ से कहा गया कि गिलानी अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार कोर्ट में पेश होते रहे हैं, ऐसे में उनका नाम नो फ्लाइट लिस्ट में डालना गलत है।
असल में उनपर एक निजी कंपनी को गलत तरीके से विज्ञापन कॉन्ट्रैक्ट देना के आरोप लगे हैं। आरोपों में कहा गया है कि उन्होंने विज्ञापन अनुबंध देने में अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया। इससे सरकारी खजाके को करीब 12 करोड़ 90 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा।