नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के एक और अध्याय का खुलासा हुआ है। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने कहा कि पाकिस्तान युवाओं को तकनीकी शिक्षा की डिग्रियां देने की आड़ में उन्हें भटका रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों से ली जाने वाली फीस का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा के नाम पर स्थानीय युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहां गौर करने वाली बात है कि घाटी से बड़ी संख्या में छात्र शिक्षा हासिल करने के लिए पाकिस्तान का रुख कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इन छात्रों को अलगाववादी नेताओं की सिफारिश पर वीजा दिलवाया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए पाकिस्तान जाने वाले युवाओं को पूरी तरह से ब्रेनवाॅश किया जाता है और उन्हें भारत के खिलाफ भड़काया जाता है। हथियार चलाने के प्रशिक्षण के बाद उन्हें घाटी में वापस बुलाया जाता है। पुलिस द्वारा कई युवाओं से पूछताछ में यह बात सामने आई है।
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यहां बता दें कि एसपी वैद्य ने बताया कि युवाओं को वीजा दिलाने में पाकिस्तानी उच्चायुक्त और अलगाववादी नेताओं के बीच सांठगांठ की बात भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं की सिफारिश पर ही नौजवानों को पाकिस्तानी एंबेसी से वीजा प्राप्त हो पाता है। इसके साथ ही सोशल मीडिया के जरिए भी युवाओं को फंसाने का सिलसिला जारी है। फेसबुक पर दोस्त बनाकर उन्हें भारत के खिलाफ भड़काया जाता है।