नई दिल्ली । सीमा पर भारत के साथ लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई नहीं करने के चलते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध झेल रहे पाकिस्तान ने शुक्रवार को अपना 5,661 अरब रुपये का बजट संसद में पेश किया। हालांकि इस बजट में खास बात यह रही कि उसने अपने रक्षा बजट में 10 फीसदी की वृद्धि की है। पहले पाकिस्तान सरकार को जो रक्षा बजट 999 अरब रुपये हुआ करता था इस बार पाकिस्तान ने उसमें वृद्धि करते हुए इसे 11 सौ अरब रुपये कर दिया है। पाकिस्तान के वित्तमंत्री एम इस्माइल ने अपना छठा पूर्ण बजट पेश करते हुए कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल पाक अपनी सेना को मजबूत करने के लिए करेगा। हालांकि पाकिस्तान सरकार के इस बजट का विपक्ष ने जमकर विरोध किया है। हालांकि पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में उस समय वृद्धि की है जब एशिया में भारत -चीन, उत्तर-दक्षिण कोरिया के बीच इन दिनों देशों में शांति विकास के लिए समिट चल रही हैं।
पूरे बजट में 13 फीसदी की वृद्धि
बता दें कि भारतीय सीमा पर लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं को अंजाम देने वाले पाकिस्तान ने शुक्रवार को संसद में पेश किए गए अपने रक्षा बजट में पिछले बार की तुलना में 13 फीसदी की वृद्धि की है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने इस वित्तवर्ष (2018-19) में अपनी जीडीपी का लक्ष्य 6.2 फीसदी रखा है।
ये भी पढ़ें- भारतीय डीजीएमओ ने ‘पाक’ को लगाई लताड़, कहा- आतंकियों को समर्थन बंद करे, अन्यथा परिणाम भुगते
सीमा और सेना को लेकर सरकार सतर्क
पाकिस्तान सरकार का कहना है कि वह अपनी सीमा और सेना को लेकर काफी सतर्क है। अपने लोगों की सुरक्षा के लिए उन्होंने अपनी सेना को मजबूत करने की योजना बनाई है। इसी के मद्देनजर इस बार उन्होंने अपनी रक्षा बजट में 10 फीसदी के करीब की वृद्धि की है। हालांकि अगर बात इस बार के रक्षा बजट की करें तो एक नजरिये से वह पिछली बार की तुलना में 20 गुना बढ़ाया गया है, क्योंकिन पाकिस्तान ने पिछले साल अपने संशोधित बजट में अपने रक्षा बजट को काफी बढ़ाया था।
ये भी पढ़ें- पीएम मोदी ने चीन में भी की चाय पर चर्चा, विदेश मंत्रालय ने कहा दोनों देशों में आएगी मजबूती
विपक्ष ने बजट पर जताया विरोध
बहरहाल, पाकिस्तान सरकार द्वारा बजट पेश करने के साथ ही वहां विपक्ष ने अपना विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि जब मौजूदा सरकार के पास सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा करने के लिए मात्र 3 महीने ही शेष बचे हैं तो ऐसे में वह देश का आम बजट कैसे पेश कर सकती है।
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की साजिशों के बावजूद भारत ने दिखाई दरियादिली, इस बीमार खिलाड़ी का करेगा मुफ्त में इलाज
सरकार बोली-बिना बजट एक दिन नहीं चलता
विपक्ष की आलोचनाओं के चलते निशाने पर आए पाकिस्तान के वित्तमंत्री एम इस्माइल ने अपने छठे पूर्ण बजट को सही करार दिया है। उनका कहना है कि सरकार बिना बजट के लिए इक दिन भी नहीं चल पाती है। इतना ही नहीं अगर संघीय बजट को मंजूर नहीं किया जाएगा तो प्रांतीय बजट को भी पेश नहीं किया जा सकता। ऐसे में उनकी सरकार द्वारा बजट को पेश करना सही कदम है। भले ही उनकी सरकार के पास इस कार्यकाल को पूरा करने के लिए महज 3 महीने बचे हों, लेकिन बजट पेश कर उन्होंने सही कदम उठाया है ।
ये भी पढ़ें- जिनपिंग से 'नंबर-1 यारी' के लिए पीएम मोदी की बातचीत शुरू, डोकलाम सीमा विवाद जैसे मुद्दों के बीच अनौपचारिक 'शिखर वार्ता'
एशिया में शांति का माहौल बनाने की कोशिश
बता दें कि पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में उस समय वृद्धि की है, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से मिलने चीन गए हुए हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच गर्मजोशी देखी जा रही है। वहीं वर्षों से रिश्तों में जमी बर्फ को हटाने के लिए उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के साथ एक समित में भाग लेने पहुंचे हैं। जहां दोनों देशों ने कई तरह के समझौते किए हैं। जबकि इस सब के बीच एशिया में शांति स्थापित करने की चारों ही देशों ने अपनी ओर से हामी भरी है।