लखनऊ। शादियों में डीजे का बजना आम बात है लेकिन उत्तरप्रदेश में पंचायत ने एक अजीबोगरीब फरमान सुनाया है। अब गोहरा आलमगीरपुर गांव के आसपास बसे दर्जनों गांवों में अब शादी समारोह में डीजे की धमक नहीं सुनाई देगी। इसके साथ ही शादियों में अनावश्यक खर्च भी नहीं किया जाएगा। यह फैसला गोहरा गांव में जिला पंचायत सदस्य कृष्णकांत की अध्यक्षता में हुई सर्वसमाज की महापंचायत में लिया गया। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले एक शादी में घुड़चढ़ी के दौरान डीजे की तेज धमक के कारण एक महिला की मौत हो गई थी और कई गाड़ियों के शीशे टूट गए थे।
गौरतलब है कि डीजे की तेज आवाज मरीजों को काफी नुकसान पहुंचता है उनके लिए इसे सहन कर पाना काफी मुश्किल होता है। यूपी के गांव गोहरा आलमगीरपुर में जिला पंचायत सदस्य कृष्णकांत हूण के नेतृत्व में सर्वसमाज की महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें धनावली अट्टा, मुदाफरा, बागड़पुर, हरनाथपुर कोटा, माधापुर, आघापुरा, मतनौरा, छतनौरा, मुक्तेश्वरा, औरंगाबाद, आरिफपुर, सरीफपुर, सलारपुर, दत्तियाना समेत तीन दर्जन गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। महापंचायत की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया कि पूरे गांव में किसी भी शादी के दौरान डीजे नहीं बजेंगे।
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यहां बता दें कि महापंचाययत ने इस बात का भी निर्णय लिया कि दहेज की लिस्ट पढ़कर नहीं सुनाई जाएगी न ही दहेज के समान का प्रचार करेंगे, असलहों के साथ बारात का स्वागत नहीं किया जाएगा और न ही ककसी भी तरह की हर्ष फायरिंग होने की इजाजत होगी। सबसे बड़ी बात यह रही कि खाने की बर्बादी को लेकर पर बड़ा निर्णय लिया। कागज की बर्बादी को रोकने के लिए शादी के कार्ड भी छपवाने के बजाय व्हाट्स एप या फोन पर निमंत्रण देने की बात कही गई है।