नई दिल्ली। केन्द्रीय विद्यालय में सुबह के वक्त होने वाली प्रार्थना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि इन स्कूलों में प्रार्थना हिन्दी भाषा में ही क्यों होती है? याचिका में प्रार्थना के जरिए धर्म विशेष के प्रचार का भी आरोप लगाने के साथ संविधान के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक बेहद संजीदा मामला बताया है और सुनवाई के लिए तैयार भी हो गया है। कोर्ट ने केन्द्र सरकार से इसी मामले में जवाब तलब किया है।
गौरतलब है कि एक शिक्षक की तरफ से दायर इस जनहित याचिका में सवाल किया गया है कि सरकारी अनुदान पर चलने वाले स्कूलों में किसी खास धर्म को प्रचारित करना उचित नहीं है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक द्वारा दायर जनहित याचिका को स्वीकार करते हुए केंद्र और केवी स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है।
ये भी पढ़ें - आम बजट में सरकार वेतनभोगियों को दे सकती है बड़ी राहत, कर सीमा का दायरा 3 लाख हो सकता है