यवतमाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को महाराष्ट्र के यवतमाल में एक जनसभाम को संबोधित करने पहुंचे। इससे पहले उन्होंने वहां विकास की कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने फिर से देशवासियों को आश्वासन दिया कि पुलवामा हमले के दोषी आतंकी देश -दुनिया में कहीं छिप जाएं, वह बचने वाले नहीं हैं। उन्हें उनके किए की कड़ी सजा दी जाएगी। देश के लोगों को अपने जवानों पर विश्वास रखना चाहिए। वो आतंकियों से कब - कहां- कैसे बदला लेंगे, इसका फैसला सेना को लेने की छूट दे दी गई है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज पांढरकवड़ा, यवतमाल के विकास से जुड़ी सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इनमें गरीबों से जुड़ी, सड़कों से जुड़ी, रेलवे से जुड़ी, रोजगार से जुड़ी अनेक परियोजनाएं हैं।
पीएम ने इस दौरान कहा - विकास की इन सभी परियोजनाओं के बीच मैं ये भी जानता हूं कि हम सभी किस गहरी वेदना से गुजर रहे हैं। पुलवामा में जो हुआ, उसको लेकर आपके आक्रोश को मैं समझ रहा हूं। जिन परिवारों ने अपने लाल को खोया है, उनकी पीड़ा मैं अनुभव कर सकता हूं। हमारे वीर जवानों ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, ये भरोसा झांसी की धरती से, वीरों ओर वीरांगनाओं की धरती से मैं 130 करोड़ देशवासियों को देना चाहता हूं ।
बता दें कि यवतमाल में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा -इतिहास में पहली बार इस समुदाय का ख्याल किसी सरकार ने किया है। इस समुदाय के लिए सरकार ने विकास कल्याण बोर्ड बनाने का फैसला किया है। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा से लेकर कौशल और रोजगार से जुड़े कई प्रयास किए जा रहे हैं। हमने जनजातिय क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल स्कूल खोलने का व्यापक अभियान चलाया है। इसके तहत 20,000 से ज्यादा आबादी वाले क्षेत्रों में स्कूल खोले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यवतमाल सहित पूरे महाराष्ट्र में महिला बचत गट का एक बड़ा नेटवर्क है। हमारी सरकार ने महिला बजत गट को विस्तार भी दिया है और शक्ति भी दी है। इस समूहों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार बनाने के लिए पहले की अपेक्षा ढाई गुना ज्यादा धनराशि उपलब्ध करायी है । केंद्र सरकार ने 2022 तक हर बेघर को पक्का घर देने का लक्ष्य रखा है और हमारी सरकार तेजी से अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है। जिन परिवारों को अभी तक घर नहीं मिला है, उन्हें मेरा वचन है कि 2022 तक हर परिवार का अपना घर होगा ।
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा- कुछ महीने पहले इस क्षेत्र के जिन आदिवासी युवाओं ने एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की थी। मुझे दिल्ली में उनसे मिलने का अवसर मिला था। उनके परिश्रम और सपनों के बारे में जानकर मुझे यवतमाल-चंद्रपुर के युवाओं की ऊर्जा का सुखद अनुभव हुआ था।