लखनऊ। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाए जाने से चर्चा में आए कम्यूनिस्ट पार्टी के छात्र नेता कन्हैया कुमार को लखनऊ में विरोध का सामना करना पड़ा। लखनऊ में आयोजित लिटरेरी फेस्टिवल में उनकी किताब ‘बिहार को तिहाड़’ पर चर्चा होनी थी इसी दौरान उन्हें भारी विरोध का सामना कर पड़ा। चर्चा होने से पहले ही वहां मौजूद 15 से 20 छात्र उनके खिलाफ नारे लगाने लगे और कन्हैया भगाओ-देश बचाओ का शोर मचाने लगे। कन्हैया कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे कुछ छात्रों ने उन्हें थप्पड़ भी जड़ दिए। मामला बिगड़ता देख लिटरेरी फेस्टिवल को रद्द करना पड़ा।
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कन्हैया का विरोध
बता दें कि इस घटना के बाद भी कन्हैया मंच पर डटे रहे। उनके साथ आए कुछ छात्र भी विरोध कर रहे छात्रों का डटकर मुकाबला किया। यह सिलसिला काफी देर तक चलता। इस विवाद के बीच पुलिस काफी देर तक नहीं पहुंची। आयोजक कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिये दोनों गुटों को समझाते रहे लेकिन विरोध करने वालों ने किसी की नहीं सुनी। पुलिस के आने के बाद कन्हैया मंच पर खड़े हो गये और समर्थक ‘कन्हैया तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे लगाने लगे। बता दें कि इस कार्यक्रम में भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी भी मौजूद थे।
डीएम ने दिए आदेश
विवादों में घिरे लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल के संयोजक शमीम ए. आरजू का कहना है कि जब अनुमति के लिए आवेदन किया गया था, उस समय प्रशासन को वे ही नाम बताए गए थे जिनकी स्वीकृति मिल चुकी थी। तब कन्हैया कुमार या ओवैसी के कार्यक्रम में भाग लेने की स्वीकृति नहीं मिली थी। देर रात डीएम ने फेस्टिवल को रद्द करने के आदेश दे दिए। आयोजकों का कहना है कार्यक्रम को रद्द करने की वजह से अतिथियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।