नई दिल्ली । क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव लड़वाने से बच रहे हैं? आखिर ऐसा क्या है कि उन्होंने अपनी बहन और कांग्रेस महासचिव की इच्छा के विरपीत उन्हें वाराणसी सीट से चुनाव न लड़वाने पर अपना वीटो लगा दिया है? सूत्रों के अनुसार , अपनी इस कदम पर राहुल गांधी का कहना है कि नेहरू, शास्त्री और इंदिरा गांधी तक परम्परा रही है कि बड़े विपक्षी नेताओं को जबरन हराने की कोशिश ना हो। इससे इतर ऐसी कोशिश हो कि वो जीतकर संसद में आएं, इससे लोकतंत्र मज़बूत और स्वस्थ रहेगा । राहुल गांधी ने कहा कि राजीव गांधी के समय हेमवती नंदन बहुगुणा को अमिताभ बच्चन से हरवाकर गलत परम्परा डाली गई थी। उस समय कई अन्य जगहों पर ऐसा हुआ, लेकिन 1989 और 1991 में राजीव जी ने भी बदलाव करते हुए परम्परा कायम रखी थी। बहरहाल, इस मुद्दे पर फैसला हुआ है कि राहुल - सोनिया और प्रियंका इस मुद्दे पर मिलकर कोई फैसला लेंगे। खबरें हैं कि प्रियंका को वाराणसी से चुनाव लड़ाने के लिए आंकड़ों की जोड़ घटा चल रही है । कई सर्वे , रिसर्च और सियासी समीकरणों को जांचने परखने के बाद राहुल - सोनिया कोई फैसला लेंगे ।
इससे इतर, प्रियंका गांधी वाड्रा ने फिर से पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि इनको एक सनक है कि ये मेरे परिवार के बारे में ही बात करते रहते हैं । इनके भाषणों में 50 फीसदी हिस्सा होता है नेहरू जी ने क्या किया, इंदिराजी ने क्या किया , लेकिन यह नहीं बताते कि इन्होंने 5 साल में क्या किया।
PM मोदी ने जीवन के अनछुए पहलुओं से पर्दा हटाया , बताया आखिर क्यों पहने हैं कलाई पर उल्टी घड़ी
मोदी को हराना चाहती है प्रियंका
बता दें कि पिछले दिनों अपनी गंगा यात्रा के दौरान मिले समर्थन से उत्साहित कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने खुद वाराणसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी । इस बार में पार्टी में भी काफी चर्चा हुई ,लेकिन बाद में तय हुआ कि इस मुद्दे पर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अधय्क्ष राहुल गांधी ही कोई फैसला लेंगे । वहीं खुद प्रियंका गांधी चाहती है कि वह इस सीट से चुनाव लड़कर नरेंद्र मोदी को हराएं ।
बागी भाजपा सासंद उदित राज ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा , राहुल गांधी ने किया स्वागत
मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात कहते हैं...
भले ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी राहुल गांधी के तर्कों से सहमत हों , लेकिन उनका कहना है कि मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, सियासी विरोधियों को व्यक्तिगत दुश्मन मानते हैं। इतना ही नहीं वह विचारधारा के मतभेद को कुचलना चाहते हैं। ऐसे में वह अटल या लोहिया नहीं हैं, इसीलिए उनको बनारस में ही जाकर घेरना चाहिए ।
रोहित शेखर हत्याकांड में पत्नी अपूर्वा गिरफ्तार , पूछताछ में गला दबाकर हत्या की बात कबूली
मोदी की अपनी राजनीति हमारी अपनी
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी की राजनीति का अपना स्तर है और हमारा अलग । हमें उनके रास्ते पर नहीं चलना है । भले ही वो कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हों , लेकिन हम भाजपा मुक्त या विपक्ष मुक्त भारत का नारा नहीं देते । हमें अपने सियासी मूल्यों को नहीं छोड़ना चाहिए ।
वोट डालकर निकले आजम खां बोले- अगर सुंई बराबर गलती की होती तो मोदी ने कुतुबमीनार पर टांग दिया होता
आंकड़ों का जोड़ घटा जारी है
इस सब के बीच प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी सीट से चुनाव लड़ाने को लेकर कांग्रेस कई सर्वों , रिसर्च और सियासी समीकरणों का जोड़ घटा करने में जुटी है, इसकी एक रिपोर्ट बनाकर जल्द राहुल गांधी और सोनिया गांधी को सौंपी जाएगी , जिसके बाद ही इस मुद्दे पर कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा । खुद प्रियंका कह चुकी है कि वह वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हैं लेकिन इस मुद्दे पर अंतिम फैसला पार्टी को करना है ।