नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए आवश्यक सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसरो के एक वरिष्ठ प्रोफेसर के मुताबिक उनकी ओर से मानव मिशन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं अब इसके लिए केवल राजनीतिक मंजूरी की जरूरत है। शुक्रवार को चौथे ओआरएफ-कल्पना चावला स्पेस डायलॉग पर प्रकाश डालने के लिए दिल्ली में मौजूद प्रोफेसर बी एन सुरेश ने इस दौरान कहा कि इसरो की टीम मानव मिशन के लिए तैयार है। प्रो. सुरेश ने कहा कि इसरो अब भारी लिफ्ट लॉन्च वाहन बनाने पर काम कर रहा है, जो पांच से आठ टन लोड उठा सकता है। इन वाहनों का समर्थन बेहद शक्तिशाली क्रायो इंजन क्लस्टर द्वारा किया जाएगा। वहीं छोटे उपग्रहों के बढ़ते उपयोग को देखते हुए, भारत भी एक छोटे उपग्रह प्रक्षेपण वाहन पर भी काम कर रहा है।
बता दें कि इस साल इस वार्ता को गुरुवार रात लेफ्टिनेंट जनरल अमित शर्मा, पूर्व कमांडर-इन-चीफ, स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड और भारत के दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के सचिव सुनील गुप्ता के विशेष उद्घाटन संबोधन के साथ शुरू किया था। इस दौरन ओआरएफ के अध्यक्ष सुन्जय जोशी ने स्वागत भाषण दिया। वहीं प्रोफेसर बी एन सुरेश ने इस दौरान कहा कि इसरो अब भारी लिफ्ट लॉन्च वाहन बनाने पर काम कर रहा है। भारी लिफ्ट लॉन्च वाहनों की भविष्य की योजनाएं भारत को भारी प्लेटफार्मों और मानव अंतरिक्ष मिशनों को लॉन्च करने की अनुमति देने के लिए बनाई गई हैं।
इसी क्रम में प्रो, सुरेश ने कहा कि इसरो अंतरिक्ष कैप्सूल की वसूली करने और दोबारा से उपयोग में लाए जाने वाले लॉन्च वाहन विकसित करने के लिए भी काम कर रहा है। इसकी मदद से लागत को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत की सभी लांच क्षमताओं को नागरिक कार्यक्रम के साथ जोड़ रहे हैं।