नई दिल्ली। चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। महाराष्ट्र के भीमाकोरेगांव में हुई हिंसा मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंहके खिलाफ सबूत मिलने के बाद पुणे पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में कई नेताओं को गिरफ्तार चुकी है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार नेताओं के पास से जो पत्र मिले हैं उनमें दिग्विजय सिंह का फोन नंबर भी मिला है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार कांग्रेस नेता छात्रों का इस्तेमाल करके देशभर में विरोध प्रदर्शन कराने के उनके प्रयासों में सहयोग करने के बहुत इच्छुक हैं। पत्र में जिक्र किया गया मोबाइल नंबर दिग्विजय सिंह का है।
गौरतलब है कि अखबार में छपी खबर के अनुसार पत्र में जिस काॅमरेड सुरेन्द्र का जिक्र किया गया है पुलिस का दावा है उसका असली नाम सुरेंद्र गाडलिंग है, जो नागपुर बेस्ड वकील हैं और उन्हें जून में गिरफ्तार किया गया था। वहीं अन्य शख्स प्रकाश सीपीआई का टाॅप कमांडर है। गौर करने वाली बात है कि पुणे पुलिस के द्वारा अदालत में पेश किए गए सबूतों में इन बातों का खुलासा हुआ है।
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यहां बता दें कि भाजपा के द्वारा दिग्विजय सिंह का संबंध माओवादियों से बताते हुए उनका मोबाइल नंबर भी बताया गया था। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने सरकार को चुनौती देते हुए उन्हें गिरफ्तार करने को कहा था। सहायक पुलिस आयुक्त पुलिस सुहास बावचे ने कहा कि पत्र की विषयवस्तु जांच के दायरे में है लेकिन उन्होंने आगे के विवरण के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया। हालांकि पुलिस सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि जो मोबाइल नंबर पत्र में लिखा है वह दिग्विजय का है और उनसे पूछताछ हो सकती है।