नई दिल्ली । राजस्थान , मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत दर्ज कर एक बार फिर से देश की राजनीति में अपनी जोरदार वापसी करने वाली कांग्रेस उत्साहित है। तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली जीत ने पार्टी नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है , लेकिन इस सब के बीच राजस्थान और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री चुनाव को लेकर नई खींचतान शुरू हो गई है। राजस्थान में जहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच CM पद को लेकर होड़ लगी है, वहीं मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच सीएम पद को लेकर दांव लगा है। इस सब के बीच कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी पार्टी के दोनों युवा नेताओं को प्रदेश की कमान सौंपना चाहते हैं, जबकि वरिष्ठ नेताओं को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी की जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि अभी विधायकों से उनकी लिखित राय ली जा रही है, जिसके बाद राहुल गांधी और सोनिया गांधी मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला लेंगे।
युवा टीम के पक्षधर रहे हैं राहुल
बता दें कि साल भर पहले पार्टी की कमान संभालने वाले राहुल गांधी शुरू से ही कांग्रेस में नई युवा टीम के पक्षधर रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने कभी कोई बड़ा बयान दे नहीं दिया लेकिन उन्होंने अपने कई फैसलों से इस बात के कई बार संकेत दिए हैं, हालांकि पिछले दिनों उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए चुनावों के लिए बनने वाली कुटनीति में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी अपने साथ लिया लेकिन प्रदेश की कमान सौंपने के लिए उनकी पहली पसंद युवा नेता होंगे।
सचिन पर भारी पड़ रहे गहलोत
पार्टी सूत्रों का कहना है कि भले ही राहुल युवा नेता को राजस्थान की जिम्मेदारी देना चाहते हैं लेकिन अशोक गहलोत का पलड़ा सचिन पायलट पर ज्यादा भारी पड़ रहा है। इसी को संतुलित करने के लिए सचिन पायलट के कई समर्थक जयपुर पहुंच गए हैं और प्रदेश में विकास के लिए युवा नेता को सीएम बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।
जयपुर में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर गहलोत-पायलट समर्थक भिड़े , विधायक दल की बैठक शुरू
जयपुर में कांग्रेस दफ्तर के बाहर हंगामा
बुधवार सुबह राजस्थान में सीएम पद को लेकर पेंच फंस गया है। विधायक दल की बैठक के दौरान जयपुर में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सचिन पालयट और अशोक गहलोत के समर्थक आपस में भिड़ते नजर आए। दोनों पक्ष के समर्थक अपने नेता के समर्थन में नारेजाबी कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके नेता को सीएम बनाया जाना चाहिए।
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समर्थक बोले- पार्टी आलाकमान न चुने, पायलट को बनाएँ सीएम
इस सब के बीच जयपुर में भारी संख्या में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर मौजूद सचिन पायलट के समर्थक इस बात पर अड़ गए हैं कि सीएम बनाए जाने का फैसला आलाकमान नहीं लेगा, बल्कि प्रदेश को युवा सीएम दिया जाए । उन्होंने सचिन पायलट को सीए बनाने की मांग करते हुए कहा कि जिसने प्रदेश में कांग्रेस को खड़ा करने में इतनी मेहनत की है उस युवा नेता को ही हमारा मुख्यमंत्री बनाया जाए।
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MP में मंथन का दौर
इसी क्रम में मध्य प्रदेश में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच सीएम पद की होड़ नजर आ रही है, हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि इस मामले में अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेना है, लेकिन राहुल ने दो-दो पर्यवेक्षकों को राज्यों में भेजा है कि वे विधायकों की लिखित राय लें और उसकी जानकारी दें। हालांकि मध्य प्रदेश में अभी सीएम पद को लेकर सिंधिया और कमलनाथ के समर्थक किसी प्रकार की नारेबाजी तो नहीं कर रहे हैं, लेकिन कमलनाथ और सिंधिया समेत कांग्रेस के कई नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर आए हैं।
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उधर , राजस्थान में विधायक दल की बैठक में अशोक गहलोत ने एक प्रस्ताव रखते हुए सीएम पद का अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष और आलाकमान पर सौंपने की बात कही, जिसका पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने समर्थन किया है। इस सब के बाद सीएम पद पर रायशुमारी के लिए राहुल अब अहम कड़ी हो गए हैं।