नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर और देश में बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए उन्होंने सोमवार को मानसरोवर से लाए गए 'पवित्र जल' का सहारा। कांग्रेस द्वारा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में बुलाए गए बंद में काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी मानसरोवर यात्रा के बाद सीधे पहुंचे। वह राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी जेब से एक शीशी निकाली और उसमें भरे मानसरोवर के जल को बापू की समाधी पर अर्पित कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ फिर से हल्ला बोलते हुए , लोकसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी दलों के साथ मिलकर मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का ऐलान कर दिया।
'पवित्र जल' संग लौटे दिल्ली
पिछले दिनों मानसरोवर यात्रा को लेकर सुर्खियों में रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार सुबह दिल्ली में नजर आए। वह अपनी कैलास मानसरोवर यात्रा से लौटकर सुबह सबसे पहले राजघाट पहुंचे। वहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर मानसरोवर का जल चढ़ाया। इसके बाद वह राजघाट से पैदल मार्च निकालकर रामलीला मैदान पहुंचे।
बोले- पूरा विपक्ष एकजुट होकर उखाड़ दें
देश में लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। इस दौरान उनके साथ कई विपक्षी दल साथ आए हैं। कांग्रेस के अनुसार , उन्हें 21 विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन मिला है। रामलीला मैदान में सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने के साथ ही उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
मंदिर पॉलिटिक्स के साथ वायदों पर निशाना
अपनी नई रणनीति के तहत अब राहुल गांधी मोदी सरकार को घेरने के लिए जहां एक ओर सॉफ्ट हिन्दुत्व का सहारा ले रहे हैं, जिसके तहत मंदिरों का दर्शन दौरा शामिल है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पीएम मोदी के वायदों को लेकर अब हर रैली, संबोधन में कटाक्ष करने से नहीं चूकते। युवाओं को रोजगार दिए जाने का हवाला देते हुए वह युवाओं को मोदी सरकार के पुराने वायदों के बारे में बताने से नहीं चुकते।
नोटबंदी पर घेरने की रणनीति
नोटबंदी के फेल होने की रिपोर्ट पर कई मुहर लग जाने के बाद अब राहुल गांधी इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को घेरने में जुटे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी भले ही अपने भाषणों में मजबूत और किसानों की बातें करते हों, लेकिन नोटबंदी के जरिए उन्होंने देश के कुछ चुनिंदा लोगों को ही लाभ पहुंचाया है। जहां कुछ कंपनियों को हजारों करोड़ का लोन दिया जा रहा है, वहीं आम जनता को नोटबंदी के बाद जीएसटी से चोट पहुंचाई जा रही है। राहुल गांधी लगातार नोटबंदी को लेकर हाल में जारी रिपोर्ट को भी उठा रहे हैं, जिसमें नोटबंदी के बावजूद 99.3 फीसदी पुराने नोटों के बैंक में वापस आने की रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी के बाद लोगों के पास मौजूद हजार और 500 के पुराने नोट लगभग पूरी तरह से बैंकों में जमा हो गए। फिर काला धन कहां गया। राहुल गांधी का आरोप है कि मोदी सरकार ने साजिश रचते हुए इस कालेधन को भी सफेद मुद्रा में बदल दिया।
टीएमसी रहेगी दूर
हालांकि रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन के दौरान विपक्ष की करीब 21 पार्टियां कांग्रेस के समर्थन में थीं, लेकिन पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि उनकी पार्टी बंद का समर्थन करती है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में बंद की इजाजत नहीं दे सकतीं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन और वामपंथी नेताओं ने कांग्रेस की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ का खुला समर्थन किया है।