नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को अपना भाषण समाप्त करने के बाद कांगे्रस अध्यक्ष राहुल गांधी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले मिले। आखिर राहुल गांधी का पीएम को झप्पी देने का क्या मतलब है? ऐसा माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने ऐसा कर अपनी विनम्रता का परिचय दिया। उन्होंने अपने भाषण में जिक्र किया था कि आप लोग मुझे पप्पू कहिए या गाली दीजिए लेकिन मैं सबसे प्यार करता हंू। मैं कांग्रेस हंू और सभी को कांग्रेस में लाऊंगा। राहुल गांधी ने इस बात का भी संदेश दिया है कि कांग्रेस में कट्टरता की भावना नहीं है, कांग्रेसी उदार हैं।
कांग्रेस पार्टी की ओर से हमेशा धर्मनिरपेक्षता की बात की जाती रही है और इस विचार को मानने वाले दलों को एक मंच पर आकर एनडीए को चुनौती देने की वकालत की जाती है। कांग्रेस नेता शशि थरूर भाजपा पर देश को हिंदू पाकिस्तान की दिशा में ले जाने का आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाषण के बाद अपने बाॅडी लंैग्वेज से सहिष्णुता का संदेश देने की कोशिश कर रहे थे।
हालांकि अकाली दल नेता व केेंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने राहुल गांधी के झप्पी को ड्रामा करार दिया है। उन्होंने कहा कि झप्पी का शौक है तो राहुल को बाॅलीवुड चले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैसे इस बारे में उन्हें पहले जानकारी देनी चाहिए थी। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी झूठे हैं। उनके झूठ को आज पूरे देश ने सुना और देखा। राफेल विमान को लेकर उनके द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वो निराधार हैं।