नई दिल्ली । कांग्रेस कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक में जहां पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की, वहीं कार्यसमिति ने उनके इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया । हालांकि राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश संबंधी खबर मीडिया में आने पर पार्टी के प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने खारिज कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने ही CWC की बैठक में राहुल गांधी के इस्तीफे के प्रस्ताव को खारिज किए जाने का ऐलान किया । उन्होंने कहा कि कार्यसमिति की बैठक ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी के प्रस्ताव को खारिज करते हुए उनपर भरोसा जताया और देश के विकास के लिए विपक्ष की भूमिका निभाने हुए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया ।
ट्रंप ने अपने संदेश में लिखा - नरेंद्र मोदी एक महान आदमी , भारतीय भाग्यशाली है कि उनके पास मोदी है
कार्यसमिति की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस ने एक पत्रकार वार्ता करते हुए मामले पर पार्टी का रुख साफ किया । पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उनके इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया । सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी हार स्वीकार करती है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ही रहेंगे । पार्टी में बदलाव के पूरे अधिकार राहुल गांधी को दिए गए हैं ।
CWC बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की, क्या कैप्टन अमरिंदर होंगे कांग्रेस के नए अध्यक्ष!
हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि गांधी परिवार से अगला अध्यक्ष ना हो । साथ ही प्रियंका गांधी का भी नाम अध्यक्ष पद के लिए ना प्रस्तावित किया जाए । बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं अध्यक्ष के रूप में काम नहीं करना चाहता हूं, पार्टी के लिए काम करना चाहता हूं । इसके बाद राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा निकल गए हैं।
स्मृति ईरानी ने दोहराय संकल्प , कहा- आगामी 5 सालों में अमेठी के हर गांव - गली की बदलेगी तस्वीर
बता दें कि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को एक बार फिर मिली बड़ी हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने के संकेत दिए थे । इसके बाद शनिवार को कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने इस बात को कुछ नेताओं के सामने रखा । बैठक में इस्तीफे की पेशकश संबंधी सूचना पाकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राहुल गांधी को अलग कमरे में लेकर गए और उन्हें इस्तीफा न देने के संबंध में समझाया हालांकि वह अपनी जिद पर अड़े रहे ।
इससे पहले राहुल गांधी की बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी राहुल गांधी को अपना फैसला बदलने के लिए काफी मनाया लेकिन वह नहीं माने। इस सब के बाद कार्यसमिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अपने संबोधन में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की । इसके बाद राहुल गांधी के इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई, जिसमें सभी नेताओं ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया ।