गाजियाबाद। देश की बहुचर्चित आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री के मामले में चार साल जेल में काटने के बाद आखिरकार आरुषि के माता पिता सोमवार दोपहर बाद जेल से रिहा हो जाएंगे। हालांकि इस दौरान कई सवाल अधूरे रह जाएंगे, लेकिन इस सब के बीच जेल से बाहर आने से पहले तलवार दंपति ने जेल में बंद कैदियों का सुबह लाइन लगाकर इलाज किया । हालांकि इस दौरान खबर ये भी है कि रिहाई के बाद भी तलवार दंपति हर 15 दिन में डासना जेल जाते रहेंगे। जेल प्रशासन ने उनसे कैदियों के दांत का इलाज करने के लिए आते रहने की बात कही थी। जेल में रहने के दौरान इस दंपति ने जेल में पूरा डेंटल क्लिनिक का सेटअप लगाया था, ऐसे में वे आने वाले समय में भी जेल में आकर कैदियों को अपनी सेवाएं देंगे।
इस दौरान कहा जा रहा है कि बतौर कैदी जेल में काम करने की एवज में तलवार दंपति ने 1417 दिनों में कमाए करीब 99 हजार रुपये वह दान कर देंगे। इसके साथ ही जेल में उनके पास मौजूद सामान को भी वह वहीं जेल में दूसरे लोगों को दे देंगे।
बता दें कि तलवार दंपति के वकील मनोज सिसोदिया गाजियाबाद कोर्ट पहुंच गए हैं। वहां जाकर वो कोर्ट को हाईकोर्ट की सर्टिफाइड कॉपी सौंपेंगे। इस दौरान कागजी कार्रवाई में करीब 2 घंटे लगेंगे। ऐसे में माना जा रही है कि शाम 4 बजे तक तलवार दंपति की रिहाई हो जाएगी। हालांकि जेल प्रशासन की ओर से दंपति की रिहाई की सारी तैयारियां कर रखी हैं, ऐसे में बस आदेश की कॉपी जेल में आने के बाद 1 घंटे की औपचारिकता और मेडिकल के बाद दंपति नुपूर के पिता के यहां जाएंगे।
हालांकि 12 अक्तूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आने के साथ ही कोर्ट ने इनकी तत्काल रिहाई के आदेश दिए थे, लेकिन कागजी कार्यवाही में फंसकर उन्हें तीन और दिन जेल में काटे। हाईकोर्ट के फैसले की कॉपी जेल प्रशासन को नहीं मिल पाने के चलते ऐसा हुआ।