नई दिल्ली । खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने शनिवार को कहा कि अब समय आ गया है जब भारत सरकार खेलो इंडिया अभियान से आगे बढ़कर 2028 के ओलंपिक को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही है। इस दौरान उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अभी खेलो इंडिया अभियान से देश में 16 से 18 साल के कई अच्छे खिलाड़ी सामने आए हैं, लेकिन अब सरकार देश में 8 से 12 साल के बच्चों की शारीरिक क्षमता की जांच कराएगी। इनमें से शारीरिक रूप से मजबूत बच्चों को चुना जाएगा। इन बच्चों को उनकी शारीरिक क्षमता के अनुसार खेलों के लिए तैयार किया जाएगा। इन बच्चों को अपनी तैयारियों के लिए आर्थिक रूप से कोई परेशानी न आए, इसके लिए भी सरकार की ओर से प्रतिवर्ष उन्हें कुछ रकम दी जाएगी, ताकि उनकी तैयारियों में कोई कमी न आए। इस योजना के तहत हम 2028 के ओलंपिक खेलों के लिए भारत में एथलिटों की एक नई 'फौज' खड़ी कर सकेंगे।
न्यूज चैनल आजतक के कार्यक्रम पंचायत आजतक पर शिरकत करने के दौरान राज्यमंत्री राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि मोदी सरकार की कोशिश सिर्फ ओलंपिक में मेडल संख्या बढ़ाने की नहीं है बल्कि पूरे देश को ज्यादा से ज्यादा फिट रखने की है । हमने पिछले साल खेलो इंडिया अभियान शुरु किया । इस अभियान को स्कूलों से भी जोड़ा गया, जिसमें देश के विभिन्न कोनों से 16-18 साल के कई अच्छे खिलाड़ी सामने आए। लेकिन अब हम उससे आगे की बात कर रहे हैं। हमने जल्द ही एक नई योजना का खाका खींच रहे हैं, जिसमें हम देश के 8 से 12 साल तक के बच्चों की शारीरिक क्षमताओं की जांच करेंगे। इन बच्चों की जांच के बाद देखेंगे कि कौन बच्चा किस खेल में बेहतर कर सकता है। इनमें से कुछ बच्चों को चुना जाएगा और उसके बाद इन बच्चों को उनकी शारीरिक क्षमताओं के अनुसार खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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खेल मंत्री ने कहा कि ऐसे करीब 20 हजार बच्चों को तैयार करने की योजना है, जिन्हें हम आगामी 2028 ओलंपिक खेलों के मद्देनजर तैयार करेंगे। देश में खेलों के लिए नए नया माहौल बनाएंगे। विदेशों में अभी ऐसा होता है कि बच्चा जिस खेल में अपना हुनर दिखाता है उसे उस खेल में उम्दा प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे बच्चों पर किसी प्रकार की आर्थिक दिक्कतों को नहीं आने दिया जाता। कुछ ऐसा ही हम भारत में करने जा रहे हैं, जिसके तहत हम चुने गए बच्चों को 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष देंगे, ताकि उनके खेल और प्रशिक्षण के आड़े आर्थिक संकट न आए।
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उन्होंने कहा कि 8 साल का बच्चा जब 16 साल का होगा तो वह एक उम्दा खिलाड़ी बनकर देश के सामने आएगा। ऐसा होने पर आने वाले समय में हम दुनिया को अपनी चमक दिखा सकेंगे।
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