रांची । चारा घोटाले से जुड़े दो मामलों में सजा पा चुके राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को लेकर बुधवार को सीबीआई कोर्तीट ने तीसरे मामले में भी दोषी करार दिया। लालू के साथ इस मामले में कोर्ट ने 12 अन्य आरोपियों को दोषी करार दिया है। अब सूत्रों का कहना है कि इस मामले में आज ही सजा का ऐलान भी हो सकता है। हालांकि इस सब के चलते पहले से लालू की ओर से जमानत याचिका दायर की गई है। इस पूरे मामले में लालू और उनके समर्थकों ने इस सब को साजिश करार दिया है। हालांकि राजद के रुख पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पार्टी कोर्ट की अवमानना कर रही है। लालू यादव आदतन अपराधी हैैं।
ससे पहले चाईबासा कोषागार से 33.67 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के एक मामले में लालू को सीबीआई की विशेष अदालत ने साढ़े तीन साल की सजा सुनाई है, जिसके बाद से लालू रांची की जेल में बंद हैं। सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की कोर्ट ने 10 जनवरी 2018 को तीसरे मामले में भी सुनवाई पूरी करते हुए 24 जनवरी को फैसले की तारीख तय कर दी थी।
बता दें कि चाईबासा कोषागार से 33 करोड़, 67 लाख 534 रुपये की अवैध निकासी को लेकर चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 68ए/96 के तहत प्राथमिकी दर्ज है। निकासी 1992 से 93 के बीच हुई थी। राजनीतिक नेता, पशुपालन अधिकारी व आइएएस अधिकारियों की मिलीभगत से 67 जाली आवंटन पत्र पर 33 करोड़ 67 लाख 534 रुपये की निकासी कर ली। जबकि मूल आवंटन 7.10 लाख रुपये ही था। वरीय विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने सीबीआइ की ओर पक्ष रखा। उन्होंने सीबीआइ की ओर से 203 लोगों की गवाही न्यायालय में दर्ज कराई। मामले की सुनवाई में बचाव की ओर से 23 गवाहों को प्रस्तुत किया गया। इसमें लालू प्रसाद की ओर से 17 लोगों की गवाही दर्ज कराई गई। इसके अलावा दस्तावेजों को प्रस्तुत किया गया।
चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में 12 दिसंबर 2001 को 76 आरोपियों केखिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की गयी थी । ट्रायल के दौरान 14 आरोपियों का निधन हो चुका है। वहीं तीन सरकारी गवाह बन गए। दो आरोपियों ने दोष स्वीकार कर लिया। दोष स्वीकार करने वाले अभियुक्त सुशील कुमार झा व प्रमोद कुमार जासवाल को अदालत से पूर्व में सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं एक आरोपी फूल सिंह अब तक फरार हैं। इस मामले में कुल 56 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं। इसमें लालू प्रसाद, डॉ. जगन्नाथ मिश्रा सहित छह राजनीतिक नेता, तीन आइएएस अधिकारी, छह पशुपालन पदाधिकारी, कोषागार पदाधिकारी सिलास तिर्की और 40 आपूर्तिकर्ता शामिल हैं।