नई दिल्ली । देश में बैंकों के बढ़ते एनपीए को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बता दें कि आरबीआई ने इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए देश की 200 बड़ी कंपनियों के लोन की निगरानी शुरू कर दी है। RBI ने ऐसा बैंकों के कर्ज के बदले संबंधित बैंकों द्वारा किए गए प्रावधानों और उनके दबाव के स्तर का आकलन करने के लिए किया है। आरबीआई इस बात की जांच कर रही है कि बैंकों ने इन परिसंपत्तियों के संबंध में कितने विवेक से नियमों का पालन किया है कि नहीं ।
आरबीआई के एक अफसर के मुताबिक , 200 कंपनियों के लोग की निगरानी , उनके कर्ज के संबंध में वर्गीकरण, प्रावधान और कर्ज पुनर्गठन का आकलन भी करने की तैयारी है। अफसर का कहना है कि आरबीआई यह काम बैंकों के अकाउंट की अपनी सालाना जांच के तहत कर रहा है।
बता दें कि जिन कंपनियों के खातों को खंगाला जा रहा है, उसमें देश की कुछ दिग्गज कंपनियां भी हैं। मसलन इनमें वीडियोकॉन , जिंदल स्टील एंड पावर जैसी कंपनियों के अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं।
आरबीआई ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब बैंकिंग क्षेत्र का सकल एनपीए बढ़कर 10.3 लाख करोड़ हो गया है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा इस बार के 11.2 फीसदी की तुलना में 9.5 था।