नई दिल्ली। आज पूरे देश में डिजिटल लेन-देन की प्रक्रिया तेजी से बढ़ रही है इसके लिए कंपनियों ने मोबाइल वाॅलेट की सुविधा भी शुरू की है। अगर आप भी भुगतान के लिए मोबाइल वाॅलेट का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं रिजर्व बैंक जल्द ही कई मोबाइल वाॅलेट को बंद करने वाला है।
केवाईसी को करना था पूरा
आरबीआई ने देश में लाईसेंस प्राप्त सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को अपने ग्राहकों का केवाईसी नॉर्म्स पूरा करने के लिए फरवरी 2018 तक का वक्त दिया था ज्यादातर कंपनियां आरबीआई के इस आदेश को पूरा नहीं कर पाई हैं। अगर फरवरी तक यह पूरा नहीं हुआ तो देश भर में कई कंपनियों के मोबाइल वॉलेट बंद हो जाएंगे।
ये भी पढ़ें - अभी-अभी...मेडिकल रिपोर्ट में हुआ अंशु प्रकाश से मारपीट का खुलासा, चेहरे पर कट और कंधे पर चोट ...
ज्यादातर उपभोक्ताओं ने नहीं दिया केवाईसी
अभी पूरे देश में 9 फीसदी से कम मोबाइल वॉलेट उपभोक्ताओं ने अपने केवाईसी कंपनियों को दिया है। ऐसे में देश में 91 फीसदी से अधिक मोबाइल वॉलेट अकाउंट बिना केवाईसी के चल रहे हैं। अब इन 91 फीसदी उपभोक्ताओं के अकाउंट के बंद होने की आशंका है। आरबीआई ने उन यूजर्स का भी केवाईसी करने के लिए कहा है, जो हर महीने अपने अकाउंट से 10 हजार रुपये से कम का भी ट्रांजेक्शन करते हैं।
ये हैं प्रमुख मोबाइल वॉलेट कंपनियां
देश भर में पेटीएम, मोबीक्विक, एसबीआई बड्डी, एचडीएफसी पैजेप, एम-पैसा, एयरटेल मनी, चिल्लर, फोन-पे प्रमुख मोबाइल वॉलेट कंपनियां हैं।