नई दिल्ली । कर्नाटक विधायक चुनावों के परिणामों के बाद सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। जहां एक ओर कांग्रेसी नेता पाटिल ने दावा किया कि उनके संपर्क में भाजपा के 6 विधायक हैं, वहीं कांग्रेस ने अपनी बैठक से लापता रहने वाले अपने विधायकों की खोज के लिए हेलीकॉप्टर दौड़ा दिए हैं। दबी जुबान में कांग्रेस के कुछ विधायकों ने माना कि उनके कुछ विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं है, जिन्हें खोजने के लिए बिदर और कलबुर्गी में कुछ लोगों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया है। हालांकि इस सब के बीच जहां भाजपा खुद को सबसे बड़ी पार्टी बताते हुए कई अन्य विधायकों के उनके साथ होने के संकेत दे रही है, वहीं कांग्रेस और जेडीएस का दावा है कि उनके पास पूर्ण बहुमत का नंबर है, लेकिन अपने विधायकों के 'लापता' होने की खबरों को वह अभी दबाने में लगी हुई है। इस सब के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को किसी भी जोड़-तोड़ की राजनीति से दूर रखने के लिए एक रिसॉर्ट में कमरे बुक कर दिए हैं। वहीं जेडीएस के नेताओं का कहना है कि भाजपा ने उनके कुछ विधायकों को 100 करोड़ रुपये देने के साथ कैबिनेट में जगह देने का प्रलोभन दिया है।
कांग्रेस का 4 विधायकों से संपर्क नहीं
बता दें कि कांग्रेस ने खुद को चुनाव परिणामों में भाजपा से पिछड़ता देख, समय रहते जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था, जिसके चलते कई कांग्रेसी नेता नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि आलाकमान के दबाव में अभी तक कोई भी मीडिया के सामने अपनी नाराजगी अभी तक जाहिर नहीं कर पाया है, कुछ ऐसा ही हाल जेडीएस के भी कुछ नेताओं का है जो कल तक कांग्रेस की झिड़की खाने के बाद अब उन्हें अपने साथ नहीं देखना चाहते। हालांकि राजनीति ने इस बार दोनों को एक ही छाते के नीचे खड़ा करते हुए सरकार के लिए कवायत को मजबूर कर दिया है। इस सब के बीच खबर है कि कांग्रेस के 4 विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं है। इन्हें खोजने के लिए कुछ लोगों को हेलीकॉप्टर के साथ लगाया गया है, ताकि समय बर्बाद न हो।
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इग्लटन रिसॉर्ट में कमरे बुक
इस सब के इतर कांग्रेस ने इग्लटन रिसॉर्ट में अपने विधायकों के लिए कमरे बुक करवाए हैं। बताया जा रहा है कि 120 कमरे बुक कराए गए हैं। कांग्रेस अपने सभी विधायकों को सरकार बनने तक यहीं रखेंगी और पूर्व में राज्यसभा चुनावों की तर्ज पर किसी को भी इस दौरान बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि इसके साथ ही पार्टी की मंशा है कि कोई भी भाजपा के संपर्क में न आ पाए, और भाजपा भी इन लोगों से किसी प्रकार का कोई संपर्क नहीं कर पाए।
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खूनी संघर्ष होगा - आजाद
इस दौरान कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि भाजपा कांग्रेसी विधायकों को धमका रही है। वह उन पर पार्टी के खिलाफ फैसला लेने का दबाव बना रही है। ऐसे में अगर राज्यपाल ने संवैधानिक मूल्यों का पालन नहीं किया और हमें सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किया, तो यहां खूनी संघर्ष होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में भाजपा असंतुष्ट है।
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