नई दिल्ली। विधायकों के लाभ का पद मामले पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग के साथ केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने चुनाव आयोग पर सवालों के जरिए निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ने संविधान और नियमों को ताक पर रखकर फैसला दिया है। यहां तक की उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति को प्रधानमंत्री मोदी का एजेंट तक बता दिया।
चुनाव आयोग पर वार
गौरतलब है कि आप नेता संजय सिंह ने लखनऊ में 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने पर चुनाव आयोग के फैसले को गलत कहा है। केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है। संजय सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के फैसलों और निर्देशों को दरकिनार करते हुए अपना फैसला सुना दिया। पार्टी के विधायकों को उनका पक्ष रखने का एक भी मौका नहीं दिया गया। यह 20 विधायकों के साथ अन्याय है।
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देश में आपातकाल जैसे हालात
यहां बता दें कि संजय सिंह ने चुनाव आयोग से संसदीय सचिव के तौर पर विधायकों द्वारा उठाए गए लाभ की जानकारी भी मांगी है। चुनाव आयोग के फैसले पर विरोध जताते हुए संजय सिंह ने कहा कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं।
इन राज्यों में भी बने संसदीय सचिव
संजय सिंह ने कहा कि 2006 में दिल्ली सरकार में शीला दीक्षित ने 19 विधायकों को लाभ का पद दिया। झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी संसदीय सचिव पर विधायकों की नियुक्ति की गई। हरियाणा में 4 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया गया। बंगाल और पंजाब में भी ऐसा ही हुआ। हिमाचल में 11 संसदीय सचिव को लाभ का पद दिया गया। सभी राज्यों के हाईकोर्ट ने संसदीय सचिवों के पद को रद्द किया लेकिन चुनाव आयोग ने वहां के किसी भी विधायक की सदस्यता रद्द नहीं की। संजय सिंह ने सोमवार को होने वाली सुनवाई में पार्टी को राहत मिलने की उम्मीद जताई है।