नई दिल्ली। देश में ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज के बढ़ते कहर के कारण आए दिए बच्चों के आत्महत्या करने की खबरें आ रही हैं। ब्लू व्हेल चैलेंज पर बैन लगाने से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से तीन सप्ताह के अंदर इस पर विस्तृत जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। इससे पहले 12 सितंबर को कोर्ट की बेंच ने इस याचिका पर सुनवाई के लिए मंजूरी दी थी। बेंच में न्यायपीठ दीपक मिश्रा, एमएम खानविलकर और डीवार्ड चंद्रचूड़ शामिल हैं।
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याचिका में कहा गया था कि इस जानवेला गेम की वजह से पूरी दुनिया में 200 से ज्यादा लोगों की जानें गई हैं, इसलिए इस पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से मांग की थी कि केंद्र सरकार को इसे बैन करने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए निर्देश दिया जाए।
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बता दें कि ब्लू वेल्ह चैलेंज में प्लेयर को 50 दिन में 50 जानलेवा टास्क करने के लिए दिए जाते हैं। ये आदेश एक अंजान ऐडमिन अंजान जगह पर बैठकर देता है। इसमें शुरुआत में तो डरावनी फिल्में देखने या कागज पर ब्लू व्हेल बनाने जैसे आसान टास्क देता है, लेकिन बाद में खतरे के स्तर को बढ़ाते हुए 50 वें दिन वह प्लेयर को फाइनल टास्क के तौर पर आत्महत्या करने के लिए कहता है।