नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को 84 के सिख विरोधी दंगों के मामलों में बड़ा फैसला लेते हुए एक बार फिर से 186 मामलों की जांच के लिए नई तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया। इस एसआईटी का प्रमुख जस्टिस (रिटायर्ड) एसएन ढींगरा को बनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने SIT को अपनी जांच पूरी करने के लिए दो महीनों का समय दिया है। SIT को दो महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को देनी होगी। यह SIT सिख विरोधी दंगों के 186 मामलों की फिर से जांच पड़ताल करेगी। जस्टिस ढींगरा के अलावा इस एसआईटी में दो आईपीएस अधिकारी राजदीप सिंह (रिटायर्ड) और अभिषेक दुलार होंगे। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले में 19 मार्च को अगली सुनवाई करेगी।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सिख विरोधी दंगों के मामले में नए सिरे से SIT गठित करने के आदेश दिए थे। न्यायमूर्ति केपीएस राधाशरण और न्यायमूर्ति जेएम पांचाल की पर्यवेक्षी समिति ने पहली SIT द्वारा की गई जांच पर सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट दी थी। कोर्ट के आदेश के बाद SIT के लिए केंद्र सरकार ने बुधवार को कई नाम सुझाए थे, लेकिन कोर्ट ने उन नामों पर सहमति देने से इनकार कर दिया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक पर्यवेक्षक समिति का गठन किया था, जिसने पहली SIT द्वारा की गई जांच का अवलोकन किया था। पुरानी SIT ने 84 में हुए सिख विरोधी दंगे मामले में दर्ज 294 केस में से 186 को बिना किसी जांच के बंद कर दिया था, जिस पर आपत्ति जाहिर की गई थी।