Friday, April 19, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

सुरक्षा बलों ने 30 नवंबर 2017 में जड़ा 'दोहरा शतक' ऑपरेशन ऑल आउट के बाद आतंकियों के लिए बने काल

दीपक गौड़
सुरक्षा बलों ने 30 नवंबर 2017 में जड़ा

नई दिल्ली । घाटी में सुरक्षा बलों ने गुरुवार को इस साल आतंकियों को ढेर करने के मामले में अपना दोहरा शतक जड़ दिया। इस साल मोदी सरकार की ओर से फ्री हैंड मिलने के बाद सेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ऑल आउट के चलते सुरक्षा बलों ने 2017 में गुरुवार को 200 आतंकियों को ढेर करने का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले घाटी के बड़गाम में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया तो वहीं सोपोर में जारी मुठभेड़ में एक आतंकी को हूरों के पास भेज दिया है। इसके साथ ही इस साल 200 से ज्यादा आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया है। 

ये भी पढ़ें- घाटी में दहशत फैलाने आए तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने 'हूरों' के पास भेजा,बड़गाम मुठभेड़ में किया ढेर

 

 

ये भी पढ़ें- यूपी में शुरू होगा 'रिवर्स लव जेहाद', हिंदू जागरण मंच 6 माह में 2100 मुस्लिम युवतियों का हिंदू लड़कों से विवाह कराएगा

पहले से ज्यादा आक्रामक हुए सेना

पिछले कुछ समय से पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं के बाद साफ हो गया था कि इस बार पाकिस्तान की ओर से बड़ी संख्या में आतंकियों ने सीमा पार की है। मिली सूचनाओं के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में ही अकेले 150-180 आतंकी छिपे हुए हैं, जिनपर अब सेना ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें धीरे-धीरे ढेर करना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ समय में सेना के ऑपरेशन ज्यादा सफल साबित हो रहे हैं। हालांकि आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के कई जवान भी शहीद हुई हैं। 

पत्थरबाजी में कमी से बढ़ी सफलता


बता दें कि देश में नोटबंदी के बाद से घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है। इसके चलते अब पुलिस या सेना की मुठभेड़ के दौरान स्थानीय लोग पत्थरबाज बनकर आतंकियों को बचाने उस तरह नहीं आते, जैसा नोटबंदी से पहले देखा जाता था। देश में नोटबंदी से पहले टेरर फंडिंग के तहत आया पैसा , घाटी के कुछ लोगों को पत्थरबाजी के लिए दिया जाता था, जिसकी मदद से कई बार सेना के घेरे में फंस चुके आतंकी बचकर भागने में सफल हो गए थे। लेकिन नोटबंदी के बाद जहां अब इस टेरर फंडिंग के खेल पर अंकुश लगा है, सेना को सफलता भी मिलने लगी है। 

ये भी पढ़ें- राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर जाने पर हुआ विवाद, एंट्री रजिस्टर में गैर हिन्दुओं की श्रेणी में नाम दर्ज

 

 

सरकार का साथ मिलने से सेना मजबूत

सेना के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ समय तक सेना के हाथ बंधे हुए रहते थे, लेकिन मोदी सरकार ने सही मायने में सेना को फ्री हैंड दिए हैं। अब आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले अधिकारी सोचते नहीं है। पिछले दिनों घाटी में शांति बहाली के लिए सरकार ने अपना एक प्रतिनिधि नियुक्त किया, जो इस समय अलग-अलग लोगों से बातचीत करने में लगे हैं, लेकिन इस दौरान सेना ने साफ कर दिया था कि वह अपने ऑपरेशन ऑल आउट को नहीं रोकने वाले। वह आतंकियों को ढेर करने का काम करते रहेंगे। 

Todays Beets: