लखनऊ । बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद से जुड़े मुद्दे में मध्यस्तता के लिए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की मुहिम को गुरुवार उस समय झटका लगा था जब निर्मोही अखाड़े के प्रमुख और बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद से जुड़े एक पक्षकार महंत दिनेंद्र दास ने जमीन पर दावा छोड़ने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड से 20 करोड़ रुपये की डील का दावा किया था। ऐसे में बातचीत आगे जारी रहने पर शंका जताई जा रही थी, लेकिन इस सब के बावजूद श्री श्री शुक्रवार सुबह लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना फिरंगी महली से मुलाकात की। दोनों के बीच अब अयोध्या में विवादित जमीन को लेकर चर्चाएं की जा रही है।
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बता दें कि इन दिनों राम जन्मभूमि विवाद के साथ ही राममंदिर निर्माण को लेकर की जा रही कवायद में मध्यस्तता के लिए आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने यूपी में डेरा डाला हुआ है। गुरुवार को वह अयोध्या पहुंचे और वहां इस विवाद से जुड़े लोगों से मुलाकात की। इस सब के बीच निर्मोही अखाड़ा के प्रमुख और इस विवाद के तीन पक्षकारों में से एक महंत दिनेंद्र दास ने विवादित जमीन पर दावा छोड़ने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड से 20 करोड़ रुपये की डील किए जाने का दावा किया है। हालांकि श्री श्री की मध्यस्तता के समर्थकों की संख्या विरोध करने वालों से कम है।
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इस सब के बीच शुक्रवार सुबह एक बार फिर श्री श्री ने अपनी मुहिम को तेज करते हुए मुस्लिम धर्म गुरू फिरंगी महली से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। इस दौरान दोनों के बीच इस विवाद का हल निकालने के लिए मंथन जारी है।