Thursday, April 25, 2024

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यूपी वाले 'बुआ-भतीजे' ने मोदी की PM कुर्सी पीछे खिसकाई , गठबंधन से भाजपा UP में 28 सीटों तक सिमटेगी!

अंग्वाल न्यूज डेस्क
यूपी वाले

नई दिल्ली । पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिले झटके के बाद अब भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। हाल में भाजपा को विरोधी दलों से ज्यादा अपने ही सहयोगियों और अपनी ही पार्टी के बागी हुए नेताओं से भारी चुनौती मिली है, जिसका खामियाजा उन्हें पिछले विधानसभा चुनावों में देखने को मिला है। इस सब के बावजूद भाजपा के लिए केंद्र की सत्ता पर फिर से काबिज होने की राह में रोड़ा बसपा-सपा का हुआ गठबंधन नजर आ रहा है। असल में ABP न्यूज और सी वोटर के चुनाव पूर्व सर्वे में जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार , अगर सपा-बसपा का गठबंधन नहीं बनता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र की सत्ता पर फिर से काबिज हो जाएंगे, लेकिन दोनों दलों के गठबंधन की सूरत में भाजपा के लिए सिर्फ अपने बूते पूर्ण बहुमत हासिल करना एक बड़ी चुनौती होगा। 

गठबंधन हुआ तो 25 सांसदों की पड़ेगी जरूरत

सर्वे के मुताबिक , अगर सपा-बसपा का गठबंधन होता है तो भाजपा के खाते में 534 में से करीब 247 सीटें आएंगी। ऐसे में उन्हें पूर्ण बहुमत के लिए 25 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी। हालांकि इस गठबंधन के नहीं होने की सूरत में भाजपा को जादुई आंकड़े से 19 सीटें ज्यादा मिलती नजर आ रही हैं। 

दिल्ली का रास्ता लखनऊ होकर

बता दें कि यूपी की 80 लोकसभा सीटें ही अमूमन हर बार सरकार बनाने में अहम भूमिका अदा करती हैं। पिछली बार भाजपा के पास इन 80 सीटों में से 71 सीटें थी। लेकिन प्रदेश की राजनीति में अहम कड़ी साबित होने वाली सपा और बसपा एक साथ गठबंधन करके चुनावी मैदान में उतरती हैं तो इससे भाजपा को बड़ा झटका लगेगा।


सपा-बसपा गठबंधन को यूपी में 50 सीटें!

सर्वे के आंकड़ों पर नजर डालें तो यूपी में सपा-बसपा के बीच गठबंधन भाजपा के लिए जहां केंद्र की ओर बढ़ने में रोड़ा बन सकता है , वहीं यह गठबंधन यूपी में भाजपा के एकछत्र राज में भी भारी सेंध लगाने की कुव्वत रखता है। सर्वे के अनुसार , दोनों दलों में गठबंधन होने की सूरत में सपा-बसपा यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से करीब 50 सीटों पर अपना कब्जा कर सकते हैं। इतना ही नहीं भाजपा को करारा झटका लगेगा, जिसके चलते भाजपा 71 से मात्र 28 सीटों तक सीमित हो सकती है। 

कांग्रेस भी जुड़ा तो भाजपा की शामत

अब आंकड़े बताते हैं कि अगर सपा-बसपा के इस गठबंधन में कांग्रेस को भी जोड़ दिया जाए तो भाजपा को यूपी में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। ऐसी सूरत में इस गठबंधन के जीत का आंकड़ा बढ़ जाएगा वहीं भाजपा की सीटें और कम हो सकती हैं। इस गठबंधन का असर पिछले दिनों  भाजपा को सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकसभा सीट गोरखपुर , उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य की फूलपुर सीट समेत कैराना सीट पर हुए उपचुनावों में हार के रूप में देखने को मिला था। ऐसे में इन दलों के गठबंधन ने भाजपा के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं।

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