नई दिल्ली। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिशन 2019 के लिए कमर कस ली है। 2017 के विधासभा चुनाव में खिसके जनाधार को दोबारा पक्ष में करने की कावायद में जुट गए हैं। इसी के तहत सपा कार्यकर्ता 26 जुलाई से बलिया से लेकर लखनऊ तक सड़क मार्ग से साइकिल से यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरान सपा कार्यकर्ता भाजपा सरकार की झूठ का पर्दाफाश करेंगे। लोगों को बताएंगे कि भाजपा सरकार कैसे पूर्व की सपा सरकार के योजनाओं को अपना बताकर उसका श्रेय ले रही है। अखिलेश यादव 2019 के लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद साइकिल यात्रा पर निकेंले।
सपा कार्यकर्ता गाजीपुर, मऊ, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी होते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहंुचेंगे। 5 अगस्त को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में यात्रा का समापन होगा। देखा जाए तो भाजपा ने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चुनावी मोड में आए गए हैं और रैलियों में जनता से लोकलुभावन वादे कर रहे हैं। पीएम को बताना चाहिए कि लोकसभा चुनाव कब होंगे। नरेंद्र मोदी को तो इस बात की जानकारी होगी। अखिलेश ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद मैं चुनाव प्रचार शुरू करूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखे जाने और उसे अपने विकास का विजन बताने पर एतराज जताते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रधामंत्री झूठे दावे कर रहे हैं। यह योजना सपा सरकार ने बनाई थी। हालांकि इसका क्रियान्वयन नहीं कर सकी।
फूलपुर, गोरखपुर और कैराना में लोकसभा चुनाव में मिली जीत से अखिलेश यादव उत्साहित हैं। बसपा के साथ दुश्मनी भुलकार की गई दोस्ती कारगर साबित हुई। अखिलेश इसे जीत का फाॅर्मूला बताते हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को लेकर उत्साहित हैं। भाजपा को मात देने की योजना में बसपा के साथ गठबंधन शामिल है। सपा बसपा गठबंधन की संभावनाओं से भाजपा नेताओं की नींद खराब हो रही है।