लखनऊ । यूं तो यूपी में मौसम अभी सुबह और शाम के समय थोड़ी ठंडक लिए हुए है, लेकिन सूबे में आज के बाद से सियासी पारा चरम पर नजर आएगा। असल में यूपी की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के मोदी लहर के बीच भाजपा को जिस तरह बसपा और सपा के गठबंधन में धूल चटा दी है, उसके बाद सपा की ओर से आगामी लोकसभा चुनाव 2019 को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा बयान आया है। उपचुनावों में जीत की ओर सपा के बढ़ते कदम के बीच सपा के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह गठबंधन 2019 में भी जारी रहे। मैं अपने शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध करूंगा कि इस गठबंधन को जारी रखे। उन्होंने इस गठबंधन के लिए सपा और बसपा कार्यकर्ताओं का भी आभार जताया। यहां ये बात बता दें कि यूपी उपचुनाव में बसपा ने एक भी उम्मीदवार नहीं उतारे हैं और उसने सपा को परोक्ष रूप से समर्थन ही दिया है।
हालांकि इससे पहले मायावती ने यूपी उपचुनाव में बसपा-सपा गठबंधन को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी का किसी के साथ गठबंधन नहीं है। मायावती ने संवाददाताओं से कहा कि 'बसपा ने कर्नाटक के अलावा अन्य किसी भी प्रदेश में किसी भी पार्टी के साथ समझौता या गठबंधन नहीं किया है। पिछले दो तीन दिन से मीडिया में खबरें प्रचारित की जा रही हैं कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिये सपा और बसपा का गठबंधन हो गया है या होने वाला है, जो गलत है। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा तथा अन्य किसी पार्टी के साथ जब भी लोकसभा चुनाव के लिये गठबंधन होगा, तो वह गुपचुप नहीं बल्कि खुलकर होगा।
वहीं इस सब से इतर चुनाव रुझानों को देरी से जारी करने पर चुनाव आयोग ने हस्तक्षेप किया है। चुनाव आयोग ने गोरखपुर के डीएम से रुझानों को 2 घंटे देरी से जारी करने पर एक रिपोर्ट मांगी है। a