रांची । झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाई गई स्पेशल पुलिस फोर्स, जैप के 14 जवानों को अवैध शराब के धंधे में संलिप्त होने के चलते सस्पेंड कर दिया गया है। रांची में इस अवैध रूप से लाई गई जहरीली शराब को पीने से हाल में 20 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें चार पुलिसकर्मी भी हैं। इनमें एक जवान राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी था। इस घटना से संबंधित 8 मुकदमें डोरंडा थाना में दर्ज करवाए गए हैं, जिनकी जांच सीआईडी करेगी। वहीं जहरीली शराब पीने वाले कई लोगों का इलाज अभी भी विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
ये भी पढ़ें - सरकारी स्कूल में क्लास की छत बच्चों के ऊपर गिरी,10 बच्चे घायल
बता दें कि राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लड़ने के लिए झारखंड आर्म्ड पुलिस (जैप) का गठन किया गया था। हाल में जैप के 14 जवानों को अवैध शराब के धंधे में संलिप्त पाया गया । इस मामले में जैप के एडीजी रेजी डुंगडुंग ने जैप डीआईजी सुधीर कुमार झा को मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस जांच में अवैध शराब के कारोबार में जवानों की संलिप्तता पुष्ट हुई, जिसके बाद इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। जांच में सामने आया है कि पिछले दिनों शराब पीकर मरने वालों लोगों में से अधिकांश ने डोरंडा इलाके की एक ही दुकान से शरीब खरीदी थी। इस दुकान को जैप का जवान गौतम गुरूंग और उसका भाई उमेश गुरुंग मिलकर चलाते थे। वहीं कई अन्य जवान भी अवैध शराब के धंधे में संलिप्त थे।
ये भी पढ़ें - स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर बाल विकास मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कल उच्च स्तरीय बैठक
वहीं अवैध शराब पीकर मरने वाले पुलिसवालों में विक्रम राय नाम का एक जवान भी था, जिसे गत 13 अगस्त को नक्सली अभियान में शानदार काम के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। सूचना के अनुसार, अवैध शराब रांची से सटे नामकुम के जोरार बस्ती में बनती थी, जिसे प्रहलाद सिंधिया नाम का आदमी संचालित करता था। घटना के बाद से वह फरार है। उसकी धरपकड़क लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।