पटना । पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में आए एक मरीज की मौत के बाद परिजनों द्वारा जूनियर डॉक्टर से मारपीट के मामले ने विकराल रूप ले लिया है। घटना के विरोध में सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं, जिसके चलते मरीजों की आफत आ गई है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते अब तक 11 मरीजों की मौत की खबर है। वहीं कई मरीजों की हालत बिगड़ गई है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीजों की मौत हड़ताल के दौरान किसी तरह की लापरवाही के चलते नहीं हुई है। अस्पताल प्रशासन ने इन सभी लोगों की हालत गंभीर होने के चलते मौत होने की बात कही है। हालांकि अस्पताल प्रशासन के दावों को खारिज करते हुए मरीजों का कहना है कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते ओपीडी सेवाएं बुरी तरह से बाधित हैं।
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बता दें कि पटना निवासी 27 वर्षीय मोहम्मद जाहिद को डेंगू के बाद एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन हालत बिगड़ने के बाद परिजनों उसे पीएमसीएच की इमरजेंसी में लेकर आए, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। परिजनों को मौत की खबर लगी तो गुस्से में उन्होंने जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस घटना के बाद पीएमसीएच प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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वहीं इस घटना से गुस्सा जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इसके चलते ओपीडी में मरीजों को घंटो इंतजार करना पड़ा। जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद सीनियर डॉक्टर ओपीडी में आए, लेकिन मौजूद भीड़ को संभाल नहीं पाए। इस दौरान छोटे-बड़े करीब 15 ऑपरेशन्स अगले दिन के लिए टाल दिए गए हैं। वहीं ओपीडी में मौजूद मरीजों का इलाज पूरी तरह से ठप नजर आ रहा है। इस सब के बीच अस्पताल में 11 लोगों की मौत की खबर है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वे लोग गंभीर रूप से बीमार थे। वहीं कुछ मरीजों की हालत ड़क्टरों की जांच न होने के चलते बिगड़ने की खबरें हैं। ऐसे में कई मरीजों के निजी अस्पतालों में शिफ्ट होने की भी खबरें हैं।
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इस सब के बीच अस्पताल प्रशासन की ओर से हड़ताली डॉक्टरों को मनाने का मुहिम जारी है, लेकिन जूनियर डॉक्टर हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं है। इस सब के बीच अस्पताल में अफरातफरा का माहौल है। जहां ओपीडी में भारी भीड़ है, वहीं अस्पताल में इलाज करवा रहे लोग निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं।