नई दिल्ली। लगातार छुट्टियों पर रहने वाले गुजरात के एक सरकारी अधिकारी ने विभाग के द्वारा भेजे गए नोटिस का अजीबोगरीब जवाब दिया है। अधिकारी ने खुद को भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि बताते हुए कहा कि वह दुनिया को बदलने के लिए तपस्या कर रहा है इस वजह से दफ्तर नहीं आ सकता है। करीब 50 साल के रमेश चंद्र फेफर ने बताया कि लगातार 19 सालों की उनकी तपस्या की वजह से ही देश में बारिश हो रही है।
गौरतलब है कि रमेश चंद्र फेफर सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर पद पर तैनात हैं। बता दें कि छुट्टियों के लिए दिए गए नोटिस में उन्होंने यह हास्यास्पद जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि साल 2010 में उन्हें दफ्तर में काम करते हुए इस बात का एहसास हुआ कि वे भगवान विष्णु के 10वें अवतार हैं और उनके पास दैवीय शक्तियां हैं। अब उनका यह जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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यहां बता दें कि पिछले 8 महीने में रमेश चंद्र फेफर मात्र 16 दिन अपने आॅफिस आए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को उनकी बात मजाक लग रहा हो लेकिन वे इसे साबित कर देंगे। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले गुजरात के डीआईजी स्तर के एक पुलिस अधिकारी डीके पांडा ने खुद को भगवान कृष्ण की दूसरी राधा घोषित कर दिया था। 1971 बैच के आईपीएस अधिकारी डीके पांडा साल 1991 से महिला वेश में सज-धज कर रहते थे और खुद को दूसरी राधा बताते थे। 2005 में वे महिला की ड्रेस में ही आॅफिस पहुंच गए थे इसके बाद उन्हें पुलिस ड्रेस कोड व सेवा नियमों को तोड़ने के आरोप में विभागीय कार्रवाई की गई और उन्हें रिटायरमेंट से 2 साल पहले ही सेवानिवृत्त होना पड़ा था।