नई दिल्ली। फिल्म पद्मावती को लेकर चौतरफा विरोध झेल रहे निर्माता संजय लीला भंसाली को सुप्रीम कोर्ट ने थोड़ी राहत दी है। कोर्ट ने फिल्म की रिलीज मामले में दखल देने से मना कर दिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों की हटाने की अपील की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायामूर्ति एमएल शर्मा और दीपक मिश्रा की पीठ ने इस मामले में दखल देने से इंकार कर दिया। याचिका में आरोप लगाया गया है कि फिल्म में रानी पद्मावती का चरित्र हनन किया गया है।
देश भर में उग्र प्रदर्शन
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया था कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़-छाड़ की गई है और इसमें रानी पद्मावती का चरित्र हनन किया गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जल्दी सुनवाई का अनुरोध किया गया था। कोर्ट ने इस पर कोर्ट ने विचार करने की बात कही गई थी। यहां बता दें कि फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद पूरे देश में फैल चुका है। इसे लेकर राजपूत समुदाय पूरे राजस्थान के साथ देश भर में उग्र प्रदर्शन कर रहा है।
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छवि को नुकसान
याचिका में कहा गया है कि जिस पद्मावती ने अपनी इज्जत और सम्मान के लिए जौहर को चुनना बेहतर समझा, उसी पद्मावती का फिल्म में चरित्र हनन किया जा रहा है। संविधान के अनुच्छेद-21 में कहीं भी फिल्म या मौखिक व लिखित तौर पर किसी व्यक्ति की छवि को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी गई है लिहाजा फिल्म से जुड़े लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।