नई दिल्ली। अगर आप शादी या किसी राजनीतिक रैली के लिए लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए ट्रेन की बुकिंग कराना चाहते हैं तो सावधान हो जाएं। शुक्रवार से ऐसा करना महंगा हो जाएगा। इन कामों के लिए बुकिंग का अधिकार रेल मंत्रालय ने इंडियन रेलवे टूरिज्म एंड कैटरिंग कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) को देने का निर्णय लिया है। यह बुकिंग अब आॅनलाइन होगी और रेलवे इसके लिए सर्विस टैक्स भी वसूलेगा। इस तरह की बुकिंग के लिए एक महीने पहले आवेदन देना होगा।
गौरतलब है कि ट्रेनों के कोच की बुकिंग के लिए रेलवे ने सिंगल विंडो सिस्टम के तहत यह जिम्मा आईआरसीटीसी को सौंपा है। अब फुल टैरिफ रेट (एफटीआर) की बुकिंग रेल मुख्यालय से नहीं बल्कि ऑनलाइन एवं टेलीफोन से की जा सकेगी। अनारक्षित रेलवे टिकट बुकिंग के माध्यम से कोच बुकिंग के लिए पैसा रेलवे काउंटर पर जमा नहीं होगा।
यहां बता दें कि रेलवे के इस फैसले के बाद कोच की बुकिंग कराकर यात्रा करना और महंगा हो जाएगा। आईआरसीटीसी को बतौर सर्विस टैक्स 5 प्रतिशत ज्यादा पैसा देना होगा। बड़ी बात यह है कि अगर यात्रियों की संख्या कोच के बर्थ से ज्यादा है तो प्रत्येक यात्री को अलग से किराया देना होगा। इससे रेलवे को भी थोड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि कोच बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी को छूट देना पड़ेगा।
ये भी पढ़ें -कर्नाटक राजनीतिः भाजपा से डरी कांग्रेस और जेडीएस, विधायकों को बंगलुरु से हैदराबाद किया शिफ्ट
गौर करने वाली बात है कि रेलवे बोर्ड की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि कोच की बुकिंग एक महीने पहले स्वीकार की जाएगी। कोच की बुकिंग कराने वालों को आईआरसीटीसी के जोनल कार्यालय में संपर्क करना होगा। कोच की बुकिंग के लिए किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। ट्रेन के अतिरिक्त स्टॉपेज के लिए भी रेलवे पैसा वसूलेगा। 2 मिनट के अतिरिक्त स्टॉपेज के लिए 25 हजार रुपया अतिरिक्त देना होगा। सेंटर फॉर रेलवे इंफारमेशन सिस्टम (क्रिस) ने कोच की बुकिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है।