नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के आईएएस अधिकारी फैसल शाह को यौन शोषण के लेकर दिया गया बयान महंगा पड़ गया है। केंद्र सरकार ने इसे भारतीय सर्विस रूल 1968 का उल्लंघन मानते हुए राज्य सरकार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार का सामान्य प्रशासनिक विभाग (जीएडी) इस मामले में अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। गौर करने वाली बात है कि फैसल शाह ने अपने ट्वीट में कहा था कि पितृसत्ता, अशिक्षा, पोर्न, तकनीक, शराब, अराजकता, भुखमरी के कारण साउथ एशिया रेपिस्तान बनता जा रहा है। बता दें कि फैसल साल 2010 के आईएएस टाॅपर हैं।
ये भी पढ़ें - हुर्रियत के बंद के आह्वान पर घाटी ठप, चारों ओर पसरा सन्नाटा
गौरतलब है कि फैसल शाह के इस ट्वीट के बाद उन्हें नोटिस भेजा गया था। फिलहाल स्टडी लीव पर चल रहे फैसल शाह ने जीएडी के पत्र को लव लेटर करार देकर दोबारा ट्वीट किया और पत्र को भी ट्वीटर पर डाला है। उन्होंने कहा स्वतंत्र एवं लोकतांत्रिक भारत को एक काॅलोनी के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने फैसल के ट्वीट को सर्विस रूल 1968 का उल्लंघन करार दिया है। फैसल शाह का कहना है कि उनकी मंशा बस इस व्यवस्था को बदलना है।