नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में पुलिस की चुस्ती के बावजूद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। बागपत जिला जेल में देर रात अंडरवर्ल्ड डाॅन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी को रविवार को ही झांसी जेल से बागपत जेल शिफ्ट किया गया था और आज कोर्ट में उसकी पेशी होनी थी। जेल के अंदर गोली मारकर हत्या की खबर के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। जिले के डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे चुके हैं। मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में सक्रिय सुनील राठी गैंग का हाथ बताया जा रहा है। इस मामले में सीएम के आदेश के बाद जेलर, डिप्टी जेलर समेत 5 लोगों को निलंबित कर दिया गया है। गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि, जेल परिसर के अंदर होने वाली ऐसी घटना एक गंभीर बात है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गहन जांच और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि सुनील राठी उत्तरप्रदेश के साथ उत्तराखंड में भी सक्रिय है। खबरों के अनुसार वर्चस्व की लड़ाई में राठी गैंग से मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी। गौर करने वाली बात है कि मुन्ना बजरंगी पर पिछले साल पूर्व विधायक और उसके भाई को धमकाने का आरोप है। इस मामले की सुनवाई सोमवार यानी आज होनी थी।
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यहां बता दें कि बजरंगी पर बड़ौत के पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से 22 सितंबर 2017 को फोन पर रंगदारी मांगने एवं जान से मारने की धमकी देने का आरोप था। इस सिलसिले में बागपत की कोतवाली में मामला दर्ज हुआ था। पुलिस की छानबीन में लखनऊ के सुल्तान अली और झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। पुलिस की जानकारी के अनुसार मुन्ना बजरंगी को यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी माना जाता रहा है।