पटना । जहां एक ओर भाजपा तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में अपना सब कुछ झोंके हुए हैं, वहीं बिहार में भाजपा और उनसे सहयोगी दलों के बीच जारी गरिरोध चरम पर पहुंच रहा है। बिहार में एनडीए के कुनबे में दरार बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में अब केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह ने सूबे के मुख्यमंत्री और एनडीए के सहयोगी जदयू प्रमुख नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए हल्ला बोल दिया है। कुशवाह ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मेरी पार्टी और मुझे गिराने के लिए खुद काफी नीचे गिर रहे हैं, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे। वह एनडीए का हिस्सा हैं, इसलिए उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
दो विधायकों के जदयू में जाने की अटकलें
असल में ये पूरा मामला उन खबरों के बाद उभरकर सामने आया है जिसमें कहा जा रहा है कि रालोसपा विधायक सुधांश शेखर के साथ-साथ पार्टी के दूसरे विधायक ललन पासवान के भी जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। पिछले दिनों सुधांशु शेखर ने जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से मुलाकात भी की थी।
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अमित शाह -नीतीश की बैठक के बाद बदले सुर
असल में पिछले दिनों दिल्ली में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बिहार में सीट बंटवारे को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के बीच एक बैठक हुई थी, जिसके बाद दोनों दलों ने बराबर सीटों पर बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही। दोनो के बयान के बाद से उपेंद्र कुशवाह के सुर बदल गए, क्योंकि इस बयान से साफ हुआ कि उन्हें मात्र 1 सीट पर टिकट दिया जा रहा है, जबकि वह 3 सीटें चाहते हैं।
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प्रशातं किशोर से मिले थे रालोसपा विधायक
बता दें कि रालोसपा विधायक सुधांशु शेखर और जदयू के नवनियुक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की हाल में मुलाकात हुई । इसके बाद कुशवाहा ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, 'वैसे तो नीतीश कुमार जी, आपको जोड़-तोड़ में महारत हासिल है। बसपा, लोजपा, राजद, कांग्रेस और अब रालोसपा...! लेकिन बिहार और देश की जनता सब देख रही है। हम गरीबों, शोषितों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों और गरीब सवर्णों के हक के लिए लड़ते रहेंगे। आप चाहे जितना प्रहार करें।
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