नई दिल्ली। वीडियोकाॅन कंपनी के मालिक वेणुगोपाल धूत की मुश्किलों में और इजाफा हो सकता है। आईसीआईसीआई बैंक से धोखाधड़ी के बाद अब उनपर अब अन्य कंपनी के द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। तिरुमति सेरामिक्स कंपनी के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। इसके मामले में दोषी पाए जाने के पर वेणुगोपाल धूत को 7 साल जेल की सजा हो सकती है।
गौरतलब है कि वीडियोकाॅन के मालिक वेणुगोपाल धूत को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। वीडियोकाॅन ग्रुप के मालिक धूत ने दीपक कोचर के साथ मिलकर बराबर की पार्टनरशिप में दिसंबर 2008 में न्यूपावर नाम से एक कंपनी खोली थी। इसमें यह भी कहा गया था कि कोचर परिवार, चंदा कोचर के रिश्तेदार महेश आडवाणी और नीलम आडवाणी संदेहास्पद बिजनेस ट्रांजेक्शन की मदद से धूत परिवार की ओर से स्थापित कंपनी न्यूपावर के मालिक बन गए थे। गुप्ता का कहना था कि लोन के बदले कंपनी का मालिकाना हक कोचर परिवार को ट्रांसफर किया गया था।
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यहां बता दें कि तिरुपति सेरामिक्स कंपनी के मालिक संजय भंडारी ने धूत पर आरोप लगाया है कि उन्होंने करीब 30 लाख शेयरों को बिना बोर्ड को बताए बेच दिए। कंपनी की ओर से आरोप लगाते हुए कहा है कि यह शेयर पहले भी किसी को बेचे गए थे। कई बैंकों ने वीडियोकॉन के खिलाफ दिवालिया कोर्ट और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में याचिका दायर कर रखी है। अभी तक एनसीएएलटी ने 57 हजार करोड़ की रिकवरी के मामलों को स्वीकार कर लिया है।