नई दिल्लीः कश्मीर को इंटरनेशनल फोरम पर सुर्खियों में बनाए रखने के लिए ही 9 अप्रैल को श्रीनगर बाईइलेक्शन में जबर्दस्त पत्थरबाजी और हिंसा की गई थी। यह काम लोकल नहीं, बल्कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की कारस्तानी थी। खबरों के मुताबिक आईएसआई की साजिश के हिसाब से ही कश्मीर के चुनाव में जमकर हिंसा की गई।
ताकत दिखाना था मकसद
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार कश्मीर में सरकार की शांति बहाली की कोशिशों को नाकाम दिखाने और अपनी बढ़ती ताकत दिखाने के उद्देश्य से आईएसआई और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों यह हिंसा कराई थी। खबर के अनुसार सेना इंटेलीजेंस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि आतंकी गुटों ने ऐसा अपनी ताकत दिखाने के लिए किया।
हिंसा में मारे गए थे 8 लोग
9 अप्रैल को कश्मीर में उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। इस दौरान वहां भारी हिंसा की गई, जिसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई। इस हिंसा व पत्थरबाजी में 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। हिंसा का असर वोटिंग पर भी पड़ा था और बहुत कम वोटिंग हुई थी। कश्मीर के श्रीनगर का उपचुनाव नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला ने जीता।