नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सोमवार की सुबह से पंचायत चुनाव के लिए हो रहे मतदान में हिंसा की खबरें सामने आई हैं। दक्षिण परगना जिले के कुलताली क्षेत्र में टीएमसी कार्यकर्ता आरिफ गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता ने भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की है। वोट डालने के लिए बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही कतारों में नजर आए। बता दें कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव को आने वाले चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा के प्रवक्ता ने पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को बेहद शर्मनाक बताया है।
गौरतलब है कि भाजपा के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चुनाव में हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि टीएमसी अंदर से कितनी घबराई हुई है। यह गणतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों से वोटिंग के दौरान हिंसा की खबरें मिली हैं। उत्तरी 24 परगना के अमदंगा के साधनपुर में हुए बम धमाके में कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि मुर्शिदाबाद में टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद बैलेट पेपर को एक तालाब में फेंक दिया गया है जिसकी वजह से वहां मतदान रोक दिया गया है। उपद्रवियों ने मीडिया को भी नहीं बख्शा है। भानगढ़ में एक मीडिया के वाहन को आग लगा दी गई है और कैमरा भी तोड़ दिया गया है। मीडिया को क्षेत्र के अंदर आने की इजाजत नहीं है। स्थानीय लोगों ने भानगढ़ की रोड को ब्लॉक कर दिया है। उनका आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बूथ कैप्चर कर लिया है। इसके साथ ही बिलकांडा में भाजपा समर्थक पर टीएमसी कार्यकर्ताओं की ओर से चाकू से हमला किया गया। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
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गौर करने वाल बात है कि राजनीतिक पार्टियां पंचायत चुनाव को लोकसभा चुनाव के लिए अपनी ताकत के परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि इन चुनावों के परिणाम 17 मई को आएंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो 16 मई को पुनर्मतदान कराया जा सकता है। चुनाव आयोग ने मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। इसके लिए असम, ओडिशा, सिक्किम और आंध्र प्रदेश से लगभग डेढ़ हजार सुरक्षाकर्मी बुलाए गए हैं। इसके अलावा राज्य पुलिस के 46 हजार, कोलकाता पुलिस के 12 हजार और विभिन्न विभागों के दो हजार जवानों को मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है।