नई दिल्ली। वीवीआईपी हेलीकाॅप्टर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को दुबई से दिल्ली लाने के बाद अब भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। बैंकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर ब्रिटेन भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने देर शाम को दे दिया। हालांकि अभी माल्या के पास 14 दिनों का वक्त है जब वे उच्च अदालत में अपील कर सकते हैं। भाजपा के मंत्री अरुण जेटली ने ब्रिटेन की कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसे मोदी सरकार की बड़ी जीत बताया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी लगातार इस बात की मांग करती रही है कि एनडीए सरकार में बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर विदेश भाग चुके कारोबारियों को वापस लाया जाए। कांग्रेस ने तो इस सभी कारोबारियों के भागने में भाजपा की मिलीभगत तक का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही मोदी सरकार के द्वारा लगातार इन भगोड़ों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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यहां बता दें कि विजय माल्या 2016 में देश छोड़कर भाग गया था और 2017 में प्रत्यर्पण वारंट पर हुई गिरफ्तार के बाद से जमानत पर है। ब्रिटेन की वेस्ट मिंस्टर कोर्ट की चीफ मजिस्ट्रेट जज एम्मा अर्बथनॉट ने कहा, ‘माल्या पर भारतीय जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी की ओर से लगाए गए आरोप फर्जी नहीं हैं। इसलिए माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है।’ कोर्ट ने प्रत्यर्पण के इस मामले को विदेश मंत्रालय के पास भेज दिया है। अब मंत्रालय इस पर अपना आदेश पारित करेगा।