नई दिल्ली। उत्तरपूर्वी राज्य असम में एनआरसी के ड्राफ्ट में 40 लाख लोगों को अवैध बताने के बाद मामला काफी गर्म हो गया है। अब यह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देब के नागरिकता तक पहुंच गई है। दरअसल बिप्लव देब की विकिपीडिया पेज पर पिछले कुछ दिनों से उनके जन्म स्थान को लेकर लगातार बदलाव किया जा रहा है। इसमंे लगातार उन्हें बांग्लादेश का बताया जा रहा है। लगातार हो रहे बदलाव के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार संजय मिश्रा ने खंडन करते हुए कहा कि उनका जन्म भारत में ही हुआ है और वह पूरी तरह से भारतीय हैं।
गौरतलब है कि असम में नेशनल रजिस्टर सिटीजंस (एनआरसी) के ड्राफ्ट के बाद बड़ी संख्या में वहां के नागरिकों को अवैध बताया गया है। बता दें कि करीब 40 लाख लोगों को अवैध बताने के बाद राजनीतिक संग्राम भी तेज हो गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम के नागरिकों को अवैध बताने पर कहा कि देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। हालांकि इस मामले पर पलटवार करते हुए भाजपाध्यक्ष अमित शाह ने ममता बनर्जी पहले भी बयान देकर पहले भी देश को तोड़ने की कोशिश की है।
ये भी पढ़ें - जम्मू पुलिस ने दिल्ली को दहलाने की साजिश को किया नाकाम, आतंकी को 8 ग्रेनेड के साथ किया गिरफ्तार
यहां बता दें कि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री की विकिपीडिया पेज पर उनके जन्म स्थान को बांग्लादेश बताया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार मुख्यमंत्री के पेज पर करीब ३७ बार उनकी पेज पर छेड़छाड़ करते हुए उनके जन्म स्थान को बांग्लादेश के अलग-अलग जिलों में बताया गया है। हालांकि लगातार पेज पर हो रही छेड़छाड़ के बाद उनके मीडिया सलाहकार संजय मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिता हरधन ने खुद को नागरिकता अधिनियम 1955 के अंतर्गत 27 जून 1967 को नागरिक के तौर पर पंजीकृत करवाया है। उन्होंने खुद को त्रिपुरा के उदयपुर का निवासी बताया है। बिप्लव देब का जन्म भारत में ही हुआ है और वे पूरी तरह से भारतीय हैं।