Tuesday, April 23, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

विश्व बैंक ने भी मोदी सरकार के जीएसटी पर साधा निशाना, अर्थव्यवस्था में गिरावट का बताया कारण

अंग्वाल न्यूज डेस्क
विश्व बैंक ने भी मोदी सरकार के जीएसटी पर साधा निशाना, अर्थव्यवस्था में गिरावट का बताया कारण

नई दिल्ली । भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर बयान देने  वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अब विश्व बैंक भी जुड़ गया है। विश्व बैंक ने बुधवार को कहा कि 2017 में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्ध‍ि दर की रफ्तार 7.0 फीसदी रह सकती है, जो 2015 के 8.6 फीसदी के अनुमान से 1.5 फीसदी कम है। विश्व बैंक ने भारत में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में गिरावट के लिए देश में मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी और उसके तत्काल बाद लागू किए गए गुड्स एंड सर्विंस टैक्स (GST) को जिम्मेदार बताया है। विश्व बैंक ने कहा कि इस सब के चलते आने वाले समय में भी भारत में निवेश पर असर पड़ सकता है। इसका असर सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था की वृद्ध‍ि दर में गिरावट के रूप में पड़ेगा। 

ये भी पढ़ें- कुछ डॉक्टर-इंजीनियर और सरकारी अफसर भी गांव में रहें तो बदल जाएगी देश की सूरत - पीएम मोदी

बता दें कि हाल में विश्व बैंक ने 'दक्षिण एशिया इकोनॉमिक फोकस' शीर्षक से एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में गिरावट आएगी। बैंक का कहना है कि भारत में यह स्थिति पिछले साल मोदी सरकार द्वारा लागू की गई नोटबंदी के बाद पैदा हुए हालात और हाल में जुलाई से देश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स की व्यवस्था लागू किए जाने से हुई है। बैंक का कहना है कि भारत की दूसरी छमाई में भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा, हालांकि इसके बाद हालात में सुधार नजर आएगा। 


ये भी पढ़ें- नाबालिग पत्नी के साथ शारीरिक संबंध बनाना रेप माना जाएगा - सुप्रीम कोर्ट

विश्व बैंक के अनुसार, GST लागू किए जाने के बाद से भारत में मैन्युफैक्चरिंग और सेवाएं व्यापक स्तर पर प्रभावित हुई हैं। व्यापार प्रभावित होने के साथ ही कई व्यापार का साइज भी छोटा हो गया है। ऐसी स्थिति आने वाले कुछ समय तक और रहेगी। वर्ष 2018 की शुरुआत तक परेशानी रहेगी, लेकिन इसके बाद हालात सुधरने लगेंगे। 

Todays Beets: