नई दिल्ली। भारत में आज काॅल ड्राॅप की समस्या काफी आम हो चुकी है। मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों में ये शिकायत है कि एक बार में बात पूरी नहीं होती है। बीच में ही फोन कट जाता है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अब इस पर सख्त रुख अपनाया है। इसके लिए ट्राई नेटवर्क और काॅल ड्राॅप की जांच के लिए परीक्षण अभियान चलाने जा रहा है। इसमें रिलायंस जिओ के साथ दूसरी सभी कंपनियों को भी शामिल किया जाएगा।
गौरतलब है कि रिलायंस जिओ के बाजार में आने के बाद से काॅल ड्राॅप की समस्या में काफी वृद्धि हुई है। इस पर ट्राई के साथ-साथ टेलिकाॅम कंपनियों ने भी कड़ा रुख अपनाया था। मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनी की तरफ से प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्शन उपलब्ध न कराने के कारण कॉल ड्रॉप की परेशानी ज्यादा आ रही थी।
लगा जुर्माना
आपको बता दें कि अक्टूबर में रिलायंस जिओ को उचित मात्रा में प्वाइंट आॅफ इंटरकनेक्शन मुहैया न कराने के लिए ट्राई ने दूरसंचार विभाग को यह निर्देश दिए कि बड़ी टेलिकाॅम कंपनियों जैसे एयरटेल और वोडाफोन पर इसके लिए जुर्माना लगाया जाए। इसके बाद वोडाफोन 1050 करोड़ रुपये का और एयरटेल पर 950 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
इन जगहों पर होगा परीक्षण
आपको बता दें कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अब देश के अलग-अलग हिस्सों में इसके लिए परीक्षण शुरू करेगा। इसके लिए राजमार्गों को भी शामिल किया जा रहा है। इससे पहले यह अभियान में अगस्त- सितंबर में अमृतसर एवं मई-जून में दिल्ली, हैदराबाद, भोपाल, चंडीगढ़, मुंबई, लखनऊ, कानपुर, अहमदाबाद, रांची, दार्जिलिंग, सिक्किम तथा त्रिवेंद्रम में चलाया गया था।