नई दिल्ली । दुनिया में हर रोज नए नए आविष्कार होते रहते हैं । उसी तरफ दुनिया टेक्नोलॉजी में भी तेजी से आगे बढ़ रही है । रोजाना देश विदेश के वैज्ञानिक नई नई खोज, अविष्कार कर रहे हैं । इसी क्रम में अमेरिका ने भी हाल में एक नई टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया है । अमेरिका ने दुनिया का सबसे छोटे कंप्यूटर तैयार कर टेक्नोलॉजी की दुनिया को एक नया तोहफा दिया है। साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में भी यह एक नया अविष्कार है। कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर जो कैंसर कि बीमारी का पता लगाने के साथ ही उसके इलाज के नए दरवाजे खोलने में भी मददगार साबित होगा।
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बता दें कि दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर केवल 0.3 मिलीमीटर का है । इसको बनाने वाली टीम का दावा है कि यह कई काम करने के लिए मददगार साबित होगा । इस से काफी तरह के काम और उद्देश्यों को पूर्ण किया जा सकता है । इसको बनाने वाली टीम ने अभी इसे तापमान मापदंड स्पष्टता को जानने के लिए इस्तेमाल किया है ।
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कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सामान्य टिश्यू के मुकाबले ट्यूमर ज्यादा गर्म होते हैं, इस बात को साबित करने के लिए प्रयाप्त आकड़े नहीं हैं । अमेरिका कि मिशिगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड ब्लाऊ ने कहा है कि वह इस बात के लिए अभी आश्वस्त नहीं है कि इसे कंप्यूटर कहा जाना चाहिए या नहीं परन्तु यह कंप्यूटर की तरह डिस्चार्ज भी होंगे। साथ ही इनकी डाटा प्रोग्रामिंग भी समाप्त होगी । इतना ही नहीं इस नए अविष्कार के बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया में तेज से फैल रहे कैंसर क जांच में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
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बहरहाल, अभी इसको लेकर कई अन्य तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं, आने वाले समय में इससे जुड़ी कई और जानकारी इसे बनाने वाली टीम मीडिया के साथ साझा करेगी।