लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने टीवी चैनल के द्वारा किए गए स्टिंग के बाद मंत्री ओमप्रकाश राजभर, अर्चना पांडे और संदीप सिंह के निजी सचिवों को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देने के साथ ही जांच के लिए गठित की गई एसआईटी को 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है। बता दें कि एक चैनल ने अपने स्टिंग में दिखाया था कि किस तरह से यूपी सरकार के मंत्रियों के निजी सचिव टेंडर दिलवाने के नाम पर कमीशन की मांग कर रहे हैं। इस खबर के बाद शासन स्तर पर हड़कंप मच गया था।
गौरतलब है कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के निजी सचिव ओमप्रकाश कश्यप, खनन राज्य मंत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी को स्टिंग में टेंडर दिलाने के नाम पर कमीशन की मांग करते हुए देखा गया था। मामला सामने के बाद योगी सरकार फौरन एक्शन में आ गई और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश देने के साथ ही तीनों सचिवों को निलंबित कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें - आईएस माॅड्यूल के आरोपी भेजे गए 12 दिनों की रिमांड पर, पेशी के बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने दिया आदेश
यहां बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। आईजी एसटीएफ एवं सतर्कता अधिष्ठान के वरिष्ठ अधिकारी भी इसके सदस्य होंगे। वहीं, विशेष सचिव आईटी राकेश वर्मा भी जांच में सहयोग करेंगे। आपको बता दें कि ओमप्रकाश राजभर ने अपने निजी सचिव के बारे में कहा कि वह जिस टेंडर में कमीशन की मांग कर रहा था वह शिक्षा विभाग से जुड़ा है और उन्हांेने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा है। वहीं अर्चना पांडे ने पहले ही अपने सचिव एसपी त्रिपाठी के खिलाफ एसआईटी जांच कराने की बात कह चुकी है।